चूरू.सरकार पर अल्प भाषाओं के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए 8 सूत्रीय मांग को लेकर चूरू का एक शख्स करीब 1100 किलोमीटर लंबी यात्रा पर निकल पड़ा है. राजस्थान अधिकारी कर्मचारी माइनॉरिटी संघ के सदस्य ठाकुर शमशेर भालू खां ने अपनी इस यात्रा को राष्ट्रीय सद्भावना यात्रा नाम दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा भारत के इतिहास में अपने आप में ऐतिहासिक यात्रा होगी.
नंगे पाव निकला चूरू का शमशेर.... उन्होंने कहा कि भारत सरकार और राजस्थान सरकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद (350 अ) से छेड़छाड़ कर रही हैं, जो हमें कतई बर्दाश्त नहीं है. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद (350अ) की धाराएं जो हमे विशेषाधिकार देती है उन अधिकारों पर सरकार डाका डाल रही है.
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ठाकुर शमशेर भालू खां का कहना है कि भारत का संविधान का अनुच्छेद (350अ) कहता है कि जो भारत में अल्प भाषाएं हैं. जिसमें गुजराती, सिंधी, पंजाबी, उर्दू, तेलगु और कन्नड़ इन सभी भाषाओं का सुरक्षण किया जाए. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अल्प भाषा मंत्रालय को समाप्त करना चाहती है.
यह थी मांगें....
- मदरसा संविदा शिक्षकों को समान पद पर स्थाई किया जाए
- शाला दर्पण पर अल्प भाषा अग्रिम पंजीयन का नया टैब जोड़कर अल्प भाषा विषय और पद स्वतः सृजित होने की व्यवस्था की जाए
- निदेशालय और समस्त जिलों में गठित अल्प भाषा प्रकोष्ठ को कार्यशील अवस्था में लाया जाए
- समस्त डाइट में अल्प भाषा के व्याख्याता के पद सृजित किए जाए
- प्रधानमंत्री 15 सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय शिक्षा से वंचित अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में नवीन आंगनवाड़ी, विद्यालय खोलना, क्रमोन्नत करना और अतिरिक्त संकाय खोलने की व्यवस्था की जाए