चूरू.शहर में सामने आया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट आने के बाद शहर में ज्यादातर लोग बाइक पर हेलमेट लगाकर चल रहे है. वहीं कार चालक भी सीट बेल्ट बांध रहे है. लेकिन उनका अपना अलग ही दर्द है. उधर, चालान की बात करें तो सिंतबर 2018 से लेकर सिंतबर 2019 तक वर्ष भर में सबसे ज्यादा चालान तेज गति के काटे गए हैं. ट्रैफिक पुलिस ने 5488 व्यक्तियों के चालान तेज गति से वाहन चलाने पर किए है. दूसरे नंबर पर 4727 चालान हेलमेट नहीं पहने वाले दोपहिया वाहन चालकों के काटे गए है. इस तरह से वर्ष भर में कुल चालान 14 हजार 627 काटे गए है.
ट्रैफिक रेड सिग्नल: चालान से डर नहीं लगता साहब!..गड्ढों से लगता है वहीं अगर शहर के डेथ प्वाइंट की बात करें तो. पंखा सर्किल से सर्किट हाउस, टीवीएस मोटर्स मोड़, डीबी हॉस्पिटल चौराहा, अग्रसेन नगर रेलवे फाटक, जैन मार्केट कॉर्नर ऐसी जगह है जहां सबसे ज्यादा हादसे होते है. ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के अनुसार दो पहिया वाहन चालकों में सबसे ज्यादा बिना हेलमेट के चालान किए जा रहे है. उसके बाद में तीन सवारी वालों के भी चालान काटे जा रहे है..साथ ही कार में बिना सीट बेल्ट चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई की जा रही है.
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नए मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया
वहीं नए व्हीकल एक्ट को लेकर शहरवासियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया. देखने को मिली. जहां एक स्थानीय निवासी ने कहा कि इसको लेकर सरकार को एक योजना बनानी चाहिए. लोगों को भी ट्रैफिक रूल फॉलो करने से चाहिए. वहीं एक अन्य शख्स ने कहा कि शहर की सड़कों की हालत खस्ता है. सड़कों पर जगह-जगह गड्ढें है. ऐसे में रात के समय यहां चलना बेहद रिस्की है.चालान की बात ही क्या करें.
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चूरू की यातायात व्यवस्था कैसी है
ट्रैफिक इंचार्ज रामचंद्र चेतीवाल ने बताया कि शहर में अभी 70% लोग दोपहिया वाहन चालक हेलमेट यूज कर रहे हैं. हालांकि उनका कहना है कि यह ट्रैफिक पुलिस की ओर से चलाई गई अभियान की वजह से ही हो रहा है. लेकिन अभी लोग गलियों में बिना हेलमेट के लोग बाइक चला रहे है.