चूरू. जिले में तकरीबन 10 दिन पहले हुई बारिश के दौरान गिनाणी टूट जाने से पूरा गांव पानी-पानी हो गया है जो अभी तक सूखा नहीं है. सूत्रों की माने तो अगर बारिश नहीं रुकती तो गांव के डूबने के खतरा बन जाता. फिलहाल अभी भी मानसून का माहौल बना हुआ है. ऐसे में अगर फिर से बारिश होती है तो गाजसर और इसके आसपास के क्षेत्रों के डूबने का खतरा और अधिक बढ़ जाएंगा.
गाजसर गांव से थोड़ी दूर पर बनाए गए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जिसकी क्षमता 7 एमएलडी है, परन्तु भारी बारिश के चलते 11 एमएलडी पानी बहने लगा है. ऐसे में ओवरफ्लो कर पानी को खुले इलाकों में छोड़ा जा रहा है लेकिन इस समस्या का यह कोई समाधान नहीं है. इसी लिए पानी ओवरफ्लो होने लगा है. इसका कारण यह है कि ट्रीटमेंट प्लांट में केपेसिटी से ज्यादा जलभराव का होना.
ट्रीटमेंट प्लांट की कैपेसिटी 7 एमएलडी जबकि वहां पानी आ रहा है 11 एमएलडी पढ़े-जयपुर: कांग्रेस ने खेला सॉफ्ट हिंदुत्व का दाव, विधानसभा में गहलोत ने लगवाए राम के नारे
बता दें कि अभी भी स्थिति गंभीर बनी हुई है. अभी भी गिनाणी और ट्रीटमेंट प्लांट दोनों के ही जलस्तर बढ़ने के वजह से पानी ओवरफ्लो हो रहा है. एक ओर जहां बारिश होने का इंतजार कर रहे है वहीं दूसरी ओर यहां के लोग बारिश न होने के लिए प्रार्थना कर रहे है. क्योंकि अगर अब बारिश होती है तो गिनाणी टूटने का पूरा खतरा बन जाएंगा और पानी से पूरा इलाका तबाह हो सकता है.
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ऐसे ग्रामीणों की बातें सुने तो उनका कहना है कि अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कई बार इस बारें कहा जा चुका है, परन्तु अब भी कोई हल नहीं निकल पाया है. जबकि नगर परिषद का यह कहना है कि हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि इस समस्या से जल्द ही ग्रामीणों को छुटकारा मिल सके और लोगों की परेशानीयां दूर हो सके.