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चूरू में डेंगू के डंक का कहर...राजेंद्र राठौड़ ने नगर परिषद को जिम्मेदार ठहराया

उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर चूरू में डेंगू का जनक नगर परिषद को बताया. राठौड़ ने इसको लेकर प्रमुख शासन सचिव, चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग राजस्थान को पत्र लिखा है.

Rajendra Rahtore
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Published : Oct 13, 2021, 3:57 PM IST

चूरू. राजस्थान के चूरू में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. डेंगू के बढ़ते रोगियों पर जिले में सियासत भी शुरू हो गई है. चूरू विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर से चूरू आते ही जिला अस्पताल का निरीक्षण किया और डेंगू का जनक नगर परिषद को बताया.

राठौड़ ने अस्पताल में भर्ती डेंगू मरीजों से भी बात की. इस दौरान भर्ती मरीजों के बेड पर बेडशीट नहीं मिलने पर राठौड़ ने अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर शरद जैन को फटकार लगाई. निरीक्षण में मिली खामियों को लेकर राठौड़ ने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर महेश मोहन पुकार को अस्पताल की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए.

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जिले में बढ़ते डेंगू मरीजों के बेहतर उपचार और अलग से डेंगू वार्ड बनाने तथा अस्पताल में आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए राठौड़ ने प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, राजस्थान को भी पत्र लिखा. राठौड़ के अनुसार, विगत 5 साल में जिले में पहली बार डेंगू के बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले में अब तक करीब 225 डेंगू रोगियों को चिन्हित किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि अकेले चूरू शहर में सरकारी-निजी अस्पतालों में आने वाले रोज के मरीजों का आउटडोर दो हजार से अधिक हैं. जिसमें 80 फीसदी डेंगू के संदिग्ध मरीज हैं.

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अस्पताल में महंगी मशीनें, इंस्टॉलेशन नहीं करवाया

राठौड़ ने कहा कि जिला अस्पताल में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या से चिकित्सा विभाग का सिस्टम हांफ रहा है. अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है. राठौड़ ने कहा राजकीय डीबी अस्पताल में पैथोलॉजी में बायोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री की महंगी मशीनें मौजूद हैं, लेकिन अभी तक इनका इंस्टॉलेशन नहीं करवाया गया है. इसकी वजह से मरीजों को जांच के लिए काफी समस्या का सामना करना पड़ता है.

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