चूरू. तीन पैरालिंपिक मेडल जीतने वाले भारत के जैवलिन स्टार देवेंद्र झाझड़िया को पद्म भूषण पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है. मंगलवार को केंद्र सरकार की ओर से जारी सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों की घोषणा के तहत देवेंद्र को खेल के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए पद्म भूषण दिया जाएगा. यह पुरस्कार पाने वाले झाझड़िया देश के पहले पैरा खिलाड़ी होंगे. झाझड़िया राजस्थान के पहले (Padma Awards for Rajasthan Players) खिलाड़ी हैं, जिन्हें यह अवार्ड दिया जा रहा है. घोषणा के बाद देवेंद्र झाझड़िया के प्रशंसकों में जश्न का माहौल है.
पिछले वर्ष टोक्यो पैरालिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाले (Tokyo Paralympics 2021 Silver Medalist Jhanjharia) देवेंद्र झाझड़िया एथेंस 2004 व रियो 2016 के पैरा ओलंपिक खेलों में देश के लिए स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. देवेंद्र को पद्म भूषण दिए जाने की खबर के साथ ही जिले की राजगढ़ तहसील में स्थित उनके गांव झाझड़ियों की ढाणी सहित पूरे जिले में हर्ष की लहर दौड़ गई. उनके चाहने वालों में जश्न का माहौल बन गया. झाझड़ियों की ढाणी में यह खबर मिलते ही उनके चाचा, भाइयों एवं गांववालों ने पटाखे फोड़े तथा एक दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशी का इजहार किया. महिलाओं ने मंगलगीत गाए और लोगों ने एक-दूसरे को बधाई दी.
देवेंद्र बोले- जीवन में खेल के अलावा कुछ नहीं सोचा...
पद्म भूषण पुरस्कार की घोषणा पर भावुक देवेंद्र ने प्रतिक्रिया देते हुए इसका श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों, कोच और प्रशंसकों को दिया है. उन्होंने कहा कि जीवन में उन्होंने खेल के अलावा कुछ नहीं सोचा, बस खेल को दिया है. इसके लिए बहुत सारी चीजों को छोड़ना (Devendra Jhajharia Got Emotional) पड़ा है तो छोड़ा है. ऐसे में खेल ने हमेशा उन्हें सम्मानित महसूस करवाया है.
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देवेंद्र ने कहा कि आज भी बेहद अच्छा लग रहा है और मेरे लिए यह बहुत भावुक कर देने वाला पल है. झाझड़िया ने कहा कि मुझे बेहद खुशी है कि मुझे भारत सरकार नें पद्म भूषण पुरस्कार देने की घोषणा की है. इस अवार्ड के साथ मेरी जिम्मेदारी देश के प्रति और बढ़ जाएगी. देश के पैरा स्पोर्ट्स को एक बल मिलेगा. मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद देना (Devendra Jhajharia Thanks PM Modi) चाहूंगा कि पैरा स्पोर्ट्स को देश में एक नया आयाम और पहचान देने के लिए पहल की है.
जीता था देश के लिए पहला पैरा ओलंपिक स्वर्ण...
एथेंस पैरा ओलंपिक 2004 में स्वर्ण पदक जीतकर किसी भी एकल स्पर्धा में भारत के लिए पहला पैरा ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र को 2004 व 2016 में पैरा ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के बाद विभिन्न अवार्ड व पुरस्कार मिल चुके हैं. भारत सरकार की ओर से खेल उपलब्धियों के लिए देवेंद्र को खेल जगत का सर्वोच्च राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार दिया गया. इससे पूर्व उन्हें पद्मश्री पुरस्कार, स्पेशल स्पोर्ट्स अवार्ड 2004, अर्जुन अवार्ड 2005, राजस्थान खेल रत्न, महाराणा प्रताप पुरस्कार 2005, मेवाड़ फाउंडेशन के प्रतिष्ठित अरावली सम्मान 2009 सहित अनेक इनाम मिल चुके हैं. वे खेलों से जुड़ी विभिन्न समितियों के सदस्य रह चुके हैं.
साधारण किसान दंपती की संतान हैं देवेंद्र...
साधारण किसान दंपती राम सिंह और जीवणी देवी के यहां 10 जून 1981 को जन्में देवेंद्र की जिंदगी में एकबारगी अंधेरा-सा छा गया. जब एक विद्युत हादसे ने उनका हाथ छीन लिया. खुशहाल जिंदगी के सुनहरे स्वप्न देखने की उम्र में बालक देवेंद्र के लिए यह हादसा किसी बड़े गम से कम नहीं था. दूसरा कोई होता तो इस दुनिया की दया, सहानुभूति तथा किसी सहायता के इंतजार और उपेक्षाओं के बीच अपनी जिंदगी के दिन काटता.