चूरू.जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है, जिससे जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों का कुल आंकड़ा 64 हो गया है. वहीं, जिले का तारानगर उपखंड अब तक कोरोना से सुरक्षित है. इसका मुख्य कारण उपखंड के प्रशासन की सतर्कता है, जिनके प्रयासों की वजह से तारानगर अभी तक कोरोना से मुक्त है.
तारानगर में नहीं है कोरोना पॉजिटिव 27 मार्च को आया कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला
जिले में कोरोना वायरस का पहला मामला 27 मार्च को मिला था. ये मामला सालासर इलाके के भांगीवाद गांव का था, जिसमें एक महिला के पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी. उसके बाद 11 जमातियों और इनके सम्पर्क में आए व्यक्तियों से कोरोना का संक्रमण फैला. वहीं, 8 मई के बाद जिले में आए 50 प्रवासी पॉजिटिव मिल चुके है, लेकिन तारानगर में अब तक एक भी कोरोना मरीज की पुष्टि नहीं हुई है.
8 मई को पहले प्रवासी के संक्रमित होने का मामला
चूरू में प्रवासियों के संक्रमण का पहला मामला 8 मई को सामने आया था, जिसके बाद हर दिन जिले से कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो रही है. वहीं, जिले का तारानगर उपखण्ड अपने सेफ मॉडल की वजह से अभी तक कोरोना के संक्रमण से बचा है. जबकि जिले के लगभग हर ब्लॉक में कोरोना के पॉजिटिव मरीज है.
महिला अधिकारी के हाथ में है कमान
तारानगर उपखंड अधिकारी अर्पिता सोनी लॉकडाउन के पहले दिन से ही सक्रिय है. वो खुद ही हर एक्टिविटी की मॉनिटरिंग करती है. उन्होंने उपखंड स्तर से लेकर ग्रामीण स्तर तक की निगरानी समितियों को सक्रिय कर रखा है. इसी तरह पुलिसकर्मी भी अपने काम को बखूबी से निभा रही है. तारानगर थानाधिकारी राधेश्याम थालौड़ ने इसकी कमान संभाल रखी है. इसके साथ ही चिकित्सा विभाग की टीम भी लगातार सर्वे, स्क्रीनिंग और सैम्पलिंग कर रही है. वहीं, क्वॉरेंटाइन सेंटर्स और अन्य फैसिलिटी को बेहतर ढंग से संचालित किया जा रहा है.
प्रशासन के इन कदमों से तारानगर है सेफ
- हरियाणा बॉर्डर पर विशेष निगरानी
लॉकडाउन के पहले दिन से ही हरियाणा और झुंझुनू बॉर्डर पर विशेष निगरानी रखी गयी - क्वॉरेंटाइन का सख्ती से पालन
दूसरे राज्यों और विदेश से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग के बाद 14 दिन तक होम क्वॉरेंटाइन किया गया. इसके साथ ही ग्रामीण और शहर में वार्ड स्तर पर सतर्कता समितियां गठित की गयी और क्वॉरेंटाइन का सख्ती से पालन करवाया गया. - रेड जोन से आने वालों की सैम्पलिंग
तारानगर उपखंड में सूरत, मुम्बई और अन्य रेड जोन वाले इलाकों से आने वाले लोगों की पहले सैम्पलिंग करवाई गई और रिपोर्ट निगेटिव आने पर होम आइसोलेट किया गया - सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
सोशल डिस्टेंसिंग की कड़ाई से पालना करवाई गई. इसके साथ ही लॉकडाउन में बाजारों में भीड़ इक्कठी नहीं होने दी जा रही - चिकित्सा विभाग अलर्ट
लॉकडाउन के शुरूआत होते ही चिकित्सा विभाग काफी अलर्ट मोड पर है. वहीं, जिला स्तर और ग्रामीण स्तर की सतर्कता समितियों को वाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया है. समितियों के फोन कॉल पर आधे घंटे में ही टीम मौके पर पहुंच जाती है. - उपखंड में 5066 स्क्रीनिंग और 393 सैम्पल
तारानगर में अब तक 5066 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इसी तरह 393 व्यक्तियों के सैम्पल लिए गए है. वहीं, उपखण्ढ में बनाए गए 42 क्वॉरेंटाइन पर भी चिकित्सा विभाग की टीम अलर्ट है. - देश-विदेश से आने वाले लोगों पर निगरानी
देश-विदेश से आने वाले लोगों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. साथ ही क्वॉरेंटाइन सेंटर्स और होम क्वॉरेंटाइन में रह रहे लोगों से सख्ती से पालना करवाई गई.