चूरू.नगर परिषद और प्रशासन की अनदेखी के कारण कलेक्ट्रेट स्थित गांधी पार्क दुर्दशा का शिकार हो रहा है. पार्क में गंदगी और कचरे के ढेर लगे होने से पार्क बदहाली की स्थिति में है. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं. सरकार जहां पार्कों के सौंदर्यीकरण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. वहीं कलेक्ट्रेट का यह पार्क दिनों-दिन दम तोड़ता नजर आ रहा है.
चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय...प्रशासन पर लापरवाही का आरोप - नगर परिषद और प्रशासन
चूरू में दिए तले अंधेरे वाली कहावत चूरू कलेक्ट्रेट में स्थित गांधी पार्क पर इन दिनों सटीक और चरितार्थ होती दिखाई दे रही है. देखरेख के अभाव में जिला प्रशासन की नाक के नीचे यह पार्क अपने वास्तविक सौंदर्य को तरस रहा है.
![चूरू कलेक्ट्रेट परिसर में बने पार्क की स्थिति दयनीय...प्रशासन पर लापरवाही का आरोप](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-3653705-thumbnail-3x2-chu.jpg)
कलेक्ट्रेट में गांधी पार्क की स्थापना साल 2008 में तत्कालीन जिला कलेक्टर और वर्तमान बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने की थी. उसी समय इस पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी. इधर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष सीताराम लुगरिया ने पार्क के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पार्क में पूरे दिन आवारा पशु घूमते रहते हैं. जगह-जगह कचरे और जली, कटी घास पार्क के कोने-कोने में फैली है.
यह कहा जा सकता है कि कलेक्ट्रेट का यह गांधी पार्क कम उजड़ा हुआ और चमन ज्यादा नजर आ रहा है. क्योंकि पार्क में इंसान दौड़ती भागती जिंदगी में दो पल सुकून के लिए बैठता है. लेकिन यहां तो न कोई हरियाली है और न ही कोई जमीन पर दूब. पार्क में एक भी कोई फूलदार या अच्छा पौधा नहीं है. वहीं जो बड़े-बड़े पेड़ लगे हुए हैं वो भी देखरेख के अभाव में सूख रहे हैं.