चूरू. बीते 17 जुलाई से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों का गुरुवार को गुस्सा फूट पड़ा. सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, तब तक वे अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगी. प्रदर्शन कर रही आशाओं ने कहा कि प्रदेश सरकार चाहे उन्हें कितना भी आश्वासन दे. लेकिन जब तक उनकी सभी मांगें नहीं मानी जाती हैं. तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
स्थायीकरण और मानदेय वृद्धि को लेकर आशा सहयोगिनियों का सरकार को चेतावनी प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिनियों की मांग है कि उनका मानदेय 25 सौ से 18 हजार रुपए महीना किया जाए. साथ ही उन्हें स्थाई किया जाए और दो विभागों से उन्हें एक विभाग में रखा जाए. वहीं प्रदर्शन कर रही आशाओं में चूरू और सुजानगढ़ तहसील की आशा सहयोगिनी ने कहा कि उनकी मांगें माने जाने तक वे लोग सभी कार्यों का बहिष्कार जारी रखेंगी.
गौरतलब हो कि 17 जुलाई से जिला कलेक्ट्रेट के आगे अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रही इन आशाओं ने 23 जुलाई को विधानसभा का कूच किया था. लेकिन यहां इन्हें सिर्फ आश्वासन मिला, जिसे लेकर प्रदर्शन कर रही ये आशाएं असंतुष्ट हैं. इनका कहना है कि उनकी मांगें माने जाने पर ही हमारा यह धरना प्रदर्शन सम्पन्न होगा. अपने हक के लिए वे प्रदेश व्यापी आंदोलन भी करेंगी.