राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

चूरू के बंद पड़े ओवरब्रिज की जांच के लिए अगले शनिवार को आएगी आईआईटी रुड़की की टीम

क्षतिग्रस्त ओवरब्रिज की मरम्मत कराने की मांग को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और सांसद राहुल कस्वां भी शामिल हुए. सांसद राहुल कस्वां ने आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर बीके महेश्वरी से धरना स्थल पर ही मोबाइल फोन पर वार्ता कर, उन्हें चूरू आरओबी की जांच करने के लिए टीम चूरू भिजवाने के निर्देश दिए हैं.

Churu news, investigate the overbridge of Churu
चूरू के बंद पड़े ओवरब्रिज की जांच के लिए अगले शनिवार को आएगी आईआईटी रुड़की की टीम

By

Published : Mar 14, 2021, 12:53 PM IST

चूरू.जयपुर रोड स्थित क्षतिग्रस्त ओवरब्रिज की मरम्मत कर उसे पुनः शुरू करवाने और अग्रसेन नगर से होकर गुजरने वाले भारी वाहनों को रोकने के लिए पिछले 31 दिनों से चल रहे जिला मुख्यालय की अग्रसेन नगर कॉलोनी में धरने में शनिवार को विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष और चूरू विधायक राजेंद्र राठौड़ और सांसद राहुल कस्वां पहुंचे. धरना स्थल पर पिछले एक महीने से बंद पड़े आरओबी को खुलवाने की मांग और कॉलोनी से भारी वाहनों के प्रवेश को रोकने की मांग को लेकर धरने पर बैठे अग्रसेन नगर कॉलोनी निवासी लोगों को राठौड़ और सांसद कस्वां ने समस्याओं के समाधान का जल्द आश्वासन दिया.

चूरू के बंद पड़े ओवरब्रिज की जांच के लिए अगले शनिवार को आएगी आईआईटी रुड़की की टीम

सांसद राहुल कस्वां ने आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर बीके महेश्वरी से धरना स्थल पर ही मोबाइल फोन पर वार्ता कर उन्हें चूरू आरओबी की जांच करने के लिए टीम चूरू भिजवाने के निर्देश दिए. माहेश्वरी ने सांसद राहुल कस्वां को आश्वासन दिया कि शनिवार तक चूरू में टीम पहुंच जाएगी. बता दें कि अग्रसेन नगर में 11 फरवरी से भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक और शहर के बंद पड़े पहले आरओबी को पुनः शुरू करवाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है.

यह भी पढ़ें-नागौर में शिक्षिका से दुष्कर्म करने की कोशिश, असफल होने पर बदमाशों ने मारपीट कर किया घायल

बता दें कि शहर का पहला आरओबी जब से बना है, विवादों के घेरे में रहा है. तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2013 में करीब 30 करोड़ की लागत से बने शहर के इस पहले आरओबी की शहरवासियों को सौगात दी थी और महज पांच साल बाद ही यह आरओबी इस कदर क्षतिग्रस्त हो जाता है कि बड़े और भारी वाहनों के लिए इसे बंद करना पड़ता है और तब से जांच के नाम पर अधिकारी इस शहर की सबसे बड़ी समस्या पर टालमटोल करते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details