चूरू. कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए देश भर मे लॉकडाउन लगाए एक माह से भी ज्यादा का समय बीत गया है. ऐसे में घरों में बैठे लोग अवसाद में ना आए और घर बैठे ही रचनात्मकता और कलात्मकता को कैसे निखारा जाए, इसके लिए चूरू पुलिस के द्वारा किए जा रहे इस खास नवाचार की चारो ओर सराहना हो रही है. लॉकडाउन के दौरान चूरू पुलिस की ओर से शुरू की गइ लाइव ऑनलाइन सेशन में चूरू के लोग हर रोज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हस्तियों से रूबरू हो रहे हैं. लाइव ऑनलाइन सेशन की इसी कड़ी में गुरुवार को बीकानेर आईजी जोस मोहन और प्रख्यात रंगकर्मी और मीडियाकर्मी दिनेश प्रधान चूरू के लोगों से रूबरू हुए.
गुरुवार को लाइव सेशन के दौरान आईजी जोस मोहन ने जनता की ओर से पूछे गए सभी सवालों का जवाब दिया. अधिकतर सवाल लॉकडाउन के दौरान परमिट, पुलिस के व्यवहार और उनके स्वास्थ्य सहित सोशल मीडिया पर की जाने वाली पोस्ट को लेकर थे. जोस मोहन ने सबसे पहले संवाद के दौरान लोगों को समझाया कि पुलिस समाज का ही हिस्सा है, उनका घर परिवार आम जनता से अलग नहीं हो सकता. ऐसे में जनता को भी पुलिसकर्मी के साथ वैसा ही व्यवहार करना चाहिए, जैसा कि वह अपने परिजनों के साथ करते हैं.
उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून का पालन करना सबके हित में है. कानून के अनुसार चले तो किसी तरह की समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि जनता को अगर कोई काम है, कोई इमरजेंसी है तो कलेक्ट्रेट से आप पास जारी करवा सकते हैं. अगर मेडिकल इमरजेंसी है या फिर ऐसा हो गया है कि आप पास के लिए अप्लाई नहीं कर सके हैं तो आपको चेक पोस्ट पर खड़े पुलिसकर्मी को सारी बात सही बतानी होगी और अगर कारण वाजिब है, तो किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.
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बीकानेर आईजी ने युवाओं को संदेश दिया कि सोशल मीडिया को अपनी ताकत बनाए इसका सदुपयोग करें, लेकिन फ्रीडम ऑफ स्पीच के गलत इस्तेमाल नहीं करें. सोशल मीडिया की गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों को सख्त सजा के भी प्रावधान है. आईजी जोस मोहन ने कहा कि जनता को अगर पुलिस में भ्रष्टाचार दिखता है, तो 100 नंबर पर सूचित करें. बीकानेर रेंज आईजी ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों से भी कहा कि अंग्रेजी और हिंदी भाषा को अपने पर हावी नहीं होने दे और मन लगाकर पढ़ें और तैयारी करें. कोरोना संक्रमण काल और लॉकडाउन के बारे में उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में जारी गाइडलाइन की पालना में ही सभी की भलाई है, इसे तोड़े नहीं इससे अपने आपको जोड़ें.
चूरू पुलिस की फेसबुक ऑनलाइन सेशन की इसी श्रृंखला में गुरुवार को प्रख्यात रंगकर्मी और मीडियाकर्मी दिनेश प्रधान ने कोरोना काल में घर में रुकने के टिप्स जनता के साथ शेयर किए. दिनेश प्रधान ने कहा कि कोरोना काल को बीमारी या मजबूरी की तरह ना ले. उन्होंने कहा कि यह वक्त पेरेंट्स और बच्चों के बीच आपसी समझ का एक ऐसा सेतु बनाने का समय है, जो भागदौड़ की जिंदगी में कहीं बहुत पीछे छूट गया था. उन्होंने कहा कि यह समय है जब अभिभावकों को अपना बचपन अपने बच्चों के साथ जीना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि यह समय ऐसा है जब हम मोबाइल की शक्ति को पहचानते हुए अपने अंदर की कलात्मक अभिव्यक्ति को निखारे. प्रधान ने कहा कि कविता चित्रकला अपने अंदर के कलाकार को हम सब लोग यूट्यूब चैनल के माध्यम से बाहर निकाल सकते हैं. दादी और नानी की कहानियां भी बैठ सुन सकते हैं, जो कि कही ना कही लुप्त हो चुकी थी. दिनेश प्रधान ने कहा कि एक्टिंग में करियर बनाया जा सकता है और बनाना भी चाहिए, लेकिन इसके लिए पढ़ाई और ट्रेनिंग भी बहुत जरूरी है.
दिनेश प्रधान ने सवालों का जवाब देते हुए एक बड़ा महत्वपूर्ण जवाब दिया कि राजस्थान के कस्बे-कस्बे तक अगर रंगमंच पहुंच जाए, तो राजस्थान राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकता है, क्योंकि राजस्थान लोक कलाओं में रम्मत, ख्याल और अन्य लोक परंपराएं बहुत अधिक समृद्ध है, लेकिन मॉडर्न थिएटर का हिस्सा अभी यह नहीं बन पाया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान संगीत नाटक एकेडमी की ओर से राजस्थान के छोटे-छोटे कस्बों में कार्यशाला आयोजित की जाए तो यह सपना भी पूरा किया जा सकता है. प्रधान ने कहा कि यह समय ऐसा है जब हर किसी को घर के सभी कामों का हिस्सा बनते हुए जिम्मेदारी निभानी होगी.