चित्तौड़गढ़. हिंदुस्तान जिंक के पुठोली प्लांट में हुए हादसे (hindustan zinc acid tank accident) में एक और श्रमिक की मौत हो गई है. अब तक इस हादसे में चार लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि सात अन्य अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती हैं. इनमें दो लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
गंगरार के कार्यवाहक थाना प्रभारी लक्ष्मी लाल के अनुसार 12 अगस्त को हुए इस हादसे में अभयपुरा निवासी सत्यनारायण पुत्र शंकर दास बैरागी बुरी तरह से झुलस गया था. रविवार रात उसने अपोलो हॉस्पिटल अहमदाबाद में उपचार के दौरान (Acid tank accident one more worker dies) दम तोड़ दिया. पोस्टमार्टम के बाद परिवार के लोग शव लेकर घर के लिए रवाना हो गए हैं. 12 अगस्त को हिंदुस्तान जिंक प्लांट में एसिड टैंक फट गया था. इसमें दो लोगों की मौत हो गई थी जिनके कंकाल निकले थे. वहीं नौ अन्य झुलस गए थे जिन्हें जिला चिकित्सालय के बाद अहमदाबाद के अपोलो हॉस्पिटल रेफर किया गया था.
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मुश्किल से हो पाई थी कंकाल की शिनाख्त: जिन व्यक्तियों के कंकाल मिले थे उनकी शिनाख्त करने में पुलिस को काफी परेशानी हुई थी. दोनों कंकालों की मैनेजर सुमित करन और आगरा के चालक राजकुमार के रूप में शिनाख्त हुई. एक सप्ताह बाद झुलसे हुए लोगों में से अहमदाबाद में डेट गांव निवासी नाहर सिंह ने दम तोड़ दिया, जिसके बाद एक और व्यक्ति सत्यनारायण की मौत के बाद अब तक कुल चार लोगों की इस हादसे में जान जा चुकी है. वहीं अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती 7 अन्य लोगों में भी दो की हालत गंभीर बताई जा रही है.
जिला कलेक्टर ने करवाई उच्च स्तरीय जांच: हिंदुस्तान जिंक प्रशासन की ओर से (Hindustan Zinc Administration) आकाशीय बिजली गिरने से एसिड टैंक को फटने की की बात कही गई. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल की ओर से एक्सपर्ट की टीम ने जांच की. अनुशंसा के बाद एफएसएल, बायलर विभाग और फील्ड एक्सपर्ट की ओर से भी हादसे की बारीकी से जांच की गई. जिसकी रिपोर्ट आना शेष है. वहीं जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत की ओर से भी पुलिस जांच किए आदेश दिए गए थे. पुलिस ने हिंदुस्तान जिंक के प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी और संबंधित रिकॉर्ड सीज कर दिए थे.
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5 ट्रेलर अभी भी मौके पर, तीन के चालक लापता: मिली जानकारी के मुताबिक हादसे के बाद से ही हिंदुस्तान जिंक परिसर में 5 ट्रेलर अभी भी खड़े हैं. जिन्हें संभालने के लिए अब तक कोई भी वाहन चालक या फिर मालिक की ओर से संपर्क नहीं किया गया. जानकारी के अनुसार मौके पर जो दुकानदार थे उन्होंने एक की शिनाख्त आगरा निवासी राजकुमार के रूप में कर दी है. जबकि बाकी चार ट्रेलर चालकों का कोई पता नहीं चल पाया. न तो ट्रेलर मालिकों की ओर से जिंक प्रबंधन से संपर्क किया गया और न ही इनके चालक का पता चल पाया.
मिली जानकारी के मुताबिक लापता चालक स्थानीय होते तो संभवत परिवार के लोग पहुंच जाते हैं. ऐसे में इन लोगों के out-of-state होने की आशंका जताई जा रही है. यह तीनों ही चालक हादसे का शिकार हो गए अन्यथा मौके से भाग निकलने में कामयाब रहे, हिंदुस्तान जिंक प्रबंधन भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं.