चूरूःपूरे देश में सुबह-शाम हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है. सर्दी का आलम यह है कि लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. वहीं, धुंध के साथ-साथ कोहरे ने भी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है, लेकिन चूरू में अभी भी गर्मी अपना सितम ढाह रही है. इससे लोगों का हाल बेहाल हो गया है.
जानकारी के मुताबिक, चूरू में सर्दी के मौसम में भी रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. दिसंबर माह में ही चूरू ने गर्मी में अपने 17 वर्ष के रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस गर्मी की मार शहर के उन व्यापारियों पर भी पड़ी, जिनका कारोबार सर्दी से जुड़ा है. शहर में हर वर्ष जहां दिसंबर माह में कंबल विक्रेताओं के यहां ग्राहकों का तांता लगा रहता था. वहीं इस बार वे खरीददारों के इंतजार में बैठे है.
यहां दिसंबर माह के पहले हफ्ते में सामान्य से सात डिग्री अधिक तापमान दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान में भी 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है. राजकीय लोहिया महाविद्यालय के सह आचार्य डॉक्टर हेमंत मंगल ने कहा कि यहां की मिट्टी के कण अन्य जगहों की मिट्टी के कणों से भिन्न है. यहां की मिट्टी के कण मोटे है, जिससे चूरू को थार का द्वार भी कहा जाता है. यहां वनस्पति का कम अंश ऐसे कई प्रमुख कारण है, जिसके चलते यहां अधिक सर्दी और गर्मी पड़ती है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो मौसम में बदलाव हो रहा है, वह क्षणिक और कालिक बदलाव है, जो चूरू की स्थानीय परिस्थितियों के कारण ज्यादा प्रभावी हो जाता है. यहां दो दिनों में फिर से मौसम में बदलाव आएगा.
एक सप्ताह बाद बढ़ सकती है ठिठुरन...