सुजानगढ़ (चूरू). देश और प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है. कोरोना के लगातार मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन क्षेत्र के सबसे बड़े राजकीय बगड़िया अस्पताल में प्रत्येक बिस्तर तक ऑक्सीजन पाइप लाइन पंहुचने के बावजूद आज तक उसका लाभ आम आदमी को नहीं मिल पा रहा है. वहीं सवा करोड़ रूपये के पांच वेंटीलेटर केवल शो पीस बन कर रह गए हैं.
एक साल पहले जब देश और प्रदेश में कोरोना फैल रहा था, तब तत्कालीन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री दिवंगत मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल में आईसीयू और वेंटीलेटर की आवश्यकता को महसूस किया. जिसके परिणाम स्वरूप उन्होंने राजकीय बगड़िया चिकित्सालय में आईसीयू कक्ष और पांच वेंटीलेटर और प्रत्येक बेड तक ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति हो, इसके लिए पाइप लाईन राज्य सरकार से स्वीकृत करवाई.
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वहीं अस्पताल में मेडीकल गैस पाइप लाईन और सम्प्रेषण कार्य के लिए राज्य सरकार ने 41.60 लाख रूपये स्वीकृत किए. दिवंगत मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल की वर्चुअल उपस्थिति में उनकी पुत्री पूर्व प्रधान दिवंगत डॉ. बनारसी मेघवाल ने 11 जुलाई 2020 को इस कार्य का शिलान्यास किया. शिलान्यास के बाद कार्य ने अपनी गति पकड़ी और विगत नौ महीनों में अस्पताल के पीछे के हिस्से में ऑक्सीजन मैनफोल्ड और निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई के लिए प्रत्येक बिस्तर तक पाइप लाईन पंहूचाने का काम पूरा हो चूका है. आईसीयू वार्ड के लिए कमरा भी तैयार है, जिस पर आईसीयू वार्ड लिखी प्लेट लगी हुई है लेकिन दूसरी ओर पीएमओ डॉ. सुरेश कालानी कह रहे हैं कि अभी हमारे पास आईसीयू नहीं है, तो फिर यह आमजनता को भ्रमित करने के लिए अस्पताल के ऊपर फ्लोर पर स्थित एक कमरे पर आईसीयू की प्लेट क्यों लगाई गई है. आईसीयू के लिए सरकार ने घोषणा की है और पीएमओ के कथनानुसार उन्होंने इसके लिए तकमीना बना कर भी सरकार को भेज दिया है और बजट स्वीकृत होते ही शीघ्र ही आईसीयू की सुविधा क्षेत्रवासियों को मिलेगी. ऐसी उम्मीद की जा सकती है.
सवा करोड़ रूपये के पांच वेंटीलेटर केवल शो पीस