चूरू. जिला में शनिवार को मृत राज्य कर्मचारी आश्रितों के परिजनों की लिपिक पद पर नियुक्ति प्राप्ति के बाद ली जाने वाली टंकण परीक्षा आयोजन किया गया था. इस दौरान एक युवक लिपिक के पद पर कार्यरत विकास कुमार की जगह परीक्षा देने के लिए पहुंचा था. प्रवेश पत्र में नाम मिलान करने पर केन्द्राध्यक्ष देवेश कुमार को युवक पर शक हुआ.
टंकण परीक्षा में पहुंचा फर्जी परीक्षार्थी ऐसे हुआ शक
विकास कुमार के सिर पर बाल कम है, लेकिन परीक्षा देने पहुंचे फर्जी परीक्षार्थी के बाल काफी घने थे. वह शारीरिक रूप से भी मजबूत था. इस पर पूछताछ करने पर आरोपी युवक घबरा गया. इससे पहले कि कुछ समझ पाते युवक वीक्षक का हाथ छुड़ा कर भाग निकला.
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टंकण परीक्षा का अंतिम मौका
टंकण परीक्षा में पहुंचा फर्जी परीक्षार्थी सूत्रों की मानें तो लिपिक पद के लिए टंकण परीक्षा में पास होना जरूरी होता है. इसलिए आश्रित को तीन मौके दिए जाते हैं. पहले दो प्रयासों में राजकीय माध्यमिक विद्यालय नाथाना राजपुरा तहसील तारानगर में कार्यरत विकास कुमार सफल नहीं हो पाया था. उसके पास परीक्षा पास होने का अंतिम मौका था. संभावना जताई जा रही है कि इसके लिए उसने युवक को अपनी जगह भेजा था.
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टंकण परीक्षा में विकास के जरिए किसी अन्य के आने की सूचना केंद्र अधीक्षक से मिली. इस संबंध में उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी गई. जांच के बाद आगे जैसे निर्देश मिलेंगे उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.