चूरू.शिक्षक बनने के सपने को साकार करने के लिए रविवार को जिले में 15,280 अभ्यर्थियों ने प्री डीएलएड (प्री बीएसटीसी) की परीक्षा दी. लेकिन यहां शिक्षा विभाग रजिस्ट्रार की लापरवाही का खामियाजा गांव भनीण के एक अभ्यर्थी को उठाना पड़ा.
दरअसल प्रवेश पत्र पर गलत पता अंकित होने के कारण राकेश कुमार ढाई घंटे तक परीक्षा केंद्रों के चक्कर लगाता रहा. लेकिन प्रवेश पत्र पर अंकित परीक्षा केंद्र उसे नहीं मिला. प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का गलत पता अंकित होने के कारण चूरू के निकटवर्ती गांव भनीण के अभ्यर्थी राकेश के सपने बिखर गए.
छात्र परीक्षा से वंचित रह गया राकेश कुमार ने बताया कि उसने इस परीक्षा के लिए 4 महीने तक कोचिंग क्लासेज में तैयारी भी की. प्री डीएलएड की परीक्षा के लिए राकेश को मिले प्रवेश पत्र में दर्शाया गया परीक्षा सेंटर चूरू में बताया गया था. जबकि वास्तव में परीक्षा केंद्र सुजानगढ़ का था.
शिक्षक बनने का सपना संजोए राकेश सुबह जल्दी ही चूरू पहुंच गया और अपने परीक्षा केंद्र की तलाश में परेशान होता रहा. थक हारकर राकेश ने परीक्षा के नोडल कार्यालय में पता किया तो वहां बताया गया कि उसका परीक्षा केंद्र तो सुजानगढ़ है.परीक्षा का समय शुरू होने के कारण राकेश सुजानगढ़ पहुंचने की स्थिति में नहीं रहा.