चूरू.बीते तीन दिन दिनों से रुक-रुककर हो रही बारिश ने आमजन की परेशानियों को बढ़ा दिया है. जहां एक और बारिश किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में यह बारिश आसमान से आफत बनकर बरस रही है. बारिश के बाद शहर के कई हिस्सों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं. बारिस का पानी शहर की सड़कों पर तीन से चार फुट आ पहुंचा है.
चूरू में बारिश बनी आफत, आधा शहर जलमग्न
चूरू जिला मुख्यालय पर पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. शहर की मेन मार्केट में पिछले दो दिनों से दुकानें बंद हैं. कई विद्यालयों ने छुट्टी कर दी तो शहर के कई इलाकों में लोग घरों में कैद हैं. फिर भी नगर परिषद आयुक्त का दावा है कि हालात काबू में हैं.
सड़कों पर पानी के ठहराव के बाद शहर के कई हिस्सों के बाजार बंद पड़े हैं. सरकारी और निजी विद्यालय ने स्कूलों की छुट्टी कर दी. शहर के कई वार्डों में लोग पिछले दो दिनों से घरों में कैद हैं. ऐसे में आधे से ज्यादा शहर में बारिश के पानी ने अघोषित कर्फ्यू लगा रखा है. शहर के झरिया मोरी, बांगला स्कूल वार्ड 42, 43, 44 चेजारो का मोहल्ला और जोहरी सागर सहित शहर के कई हिस्सो में बारिस का पानी घुटनों से भी ऊपर बह रहा है. ऐसे में निजी कार्य करने वाले लोग घरों में रहने को मजबूर हैं. क्योंकि इन वार्डो में घरों से निकलता भी मुश्किल है.
वहीं शहर की इस स्थिति के बाद जिला प्रशासन के दावों की भी पोल खुल गई. बारिश से परेशान लोगों ने जिला प्रशासन और नगर परिषद के खिलाफ आक्रोश दिखा. लोगों ने इन हालातों में अपनी मजबूरी दिखाई. लेकिन फिर भी नगर परिषद आयुक्त कह रही है कि हालात काबू में है. हालांकि वह यह भी मान रही है की हर साल की तुलना इस साल बारिश ज्यादा हुई. नगर परिषद आयुक्त अभिलाषा सिंह ने बताया कि नौ पंप सेट नगर परिषद चूरू के और कुछ पंप सेट कॉन्ट्रैक्ट पर लगाए गए हैं और 6 हजार मिट्टी से भरे कट्टे तैयार करवाए गए हैं. वे हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं.