चूरू.जिला मुख्यालय के राजकीय भरतिया अस्पताल के चिकित्सकों को शनिवार को उस वक्त पुलिस की मदद लेनी पड़ी, जब एक कोरोना संदिग्ध दम्पत्ति ने चिकित्सकों का कहा नहीं माना. दरअसल, यह दम्पत्ति कुछ दिन पहले ही यूके से आया है.
संदिग्ध के उपचार लेने से मना करने पर चिकित्सकों ने बुलाई पुलिस बता दें कि सुजानगढ़ तहसील की शोभासर पीएचसी ने कोरोना का संदिग्ध मानते हुए इस दम्पत्ति को चूरू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया, जहां राजकीय भरतिया अस्पताल के चिकित्सकों ने दम्पत्ति को फीवर होने पर संदिग्ध मानते हुए चिकित्सकीय निगरानी अस्पताल के ही आइसोलेशन वार्ड में रहने की सलाह दी, तो दम्पत्ति ने साफ इंकार कर दिया.
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इस दौरान चिकित्सकों ने यूके से आए इस दम्पत्ति से कई देर समझाइश की, लेकिन दोनों ने चिकित्सकों की एक नहीं सुनी, जिस पर अस्पताल के चिकित्सकों ने कोतवाली थाना पुलिस को इसकी जानकारी दी. इसके बाद मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस ने दोनों को राजकीय भरतिया अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट करवाया, जिसके बाद चिकित्सकों ने दम्पत्ति का सैंपल लेकर जांच के लिए बीकानेर लैब भिजवाया दिया है.
दरअसल, चूरू जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने इस दम्पत्ति सहित तीन जनों के सैम्पल शनिवार को लिए और जांच के लिए भिजवाया. वहीं, जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में वर्तमान समय में एक महिला सहित दो पुरुष को रखा गया है. इसके साथ ही जिले में कुल विदेश से आए 142 लोग खुद से होम आइसोलेशन में है.