चूरू. शहर में सांसी समाज की एक महिला के अंतिम संस्कार को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. शहर के वार्ड 45 की गायत्री नगर की अनची देवी की मौत हो गई थी. उसके बाद में उनके परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार पंखा सर्किल के पास स्थित मेघवाल समाज मुक्तिधाम में करने की तैयारी कर ली. इस बीच मेघवाल समाज के लोगों की ओर से विरोध करने के कारण से सांसी समाज के लोग कोतवाली थाने पहुंचे. जहां, शहर के सफेद घंटा घर के पास एकत्रित होकर विरोध करने लगे.
दाह संस्कार नहीं करने देने पर दो पक्षों में विवाद मेघवाल समाज के लोग मेघवाल मुक्तिधाम श्मशान घाट पहुंच गए. इस मामले में डीएसपी शहर सुखविंदर पाल सिंह और कोतवाल नरेश गेरा ने दोनों समाज के लोगों को बैठाकर समझाइश करने की कोशिश की. लेकिन अभी तक दोनों पक्ष इस मामले में डटे हुए हैं.
पढ़ें:सीएम गहलोत ने ईडब्ल्यूएस आरक्षण में दी बड़ी राहत, जमीन की बाध्यता हटाई, अब केवल वार्षिक आय ही पात्रता का आधार
यह कहना है दोनों पक्षों का
सांसी समाज का कहना है कि श्मशान घाट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आवंटित है. इसलिए इस श्मशान घाट में उन्हें भी अपने समाज के मृतकों का अंतिम संस्कार करने का हक है. जबकि इस मामले में मेघवाल समाज का कहना है कि श्मशान घाट केवल मेघवाल समाज के लिए ही बनाया गया है. इसलिए दूसरी जाति के व्यक्तियों को यहां पर अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जाएगा. कोटवाल नरेश गेरा का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों से बातचीत कर समझाइश की कोशिश की जा रही है. शीघ्र ही मामले का समाधान कर लिया जाएगा.