चूरू.जिला मुख्यालय के समीप वार्ड- 37 में मंगलवार को दो पक्ष में हुए विवाद में बुजुर्ग की मौत मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. पोस्टमार्टम के बाद जब शव परिजनों को मिला तो परिजन शव को दफनाने की बजाए आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन करने लगे. बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट के आगे पहुंची भीड़ में महिलाएं भी शामिल रहीं.
बुजुर्ग की मौत का मामला गरमाया बुधवार देर शाम अचानक से हुए इस घटनाक्रम ने पुलिस की भी नींद उड़ा दी. मौके पर पहुंची सीओ सिटी ममता सारस्वत ने आक्रोशित हुई भीड़ से वार्ता कर मामले को शांत करवाने का प्रयास किया. लेकिन भीड़ ने पुलिस की एक न सुनी और शव को उठाने से इनकार कर दिया.
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शव के साथ प्रदर्शन कर रहे परिजन और मोहल्लेवासियों का आरोप है कि वारदात को 24 घंटे का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर आरोपियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया.
बता दें कि मंगलवार देर रात वार्ड- 37 में पुरानी रंजिश को लेकर हुए इस विवाद में बुजुर्ग रफीक सहित चार लोग घायल हुए थे. इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. गंभीर हालत में बुजुर्ग को हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया था. जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई, जिसके बाद कोतवाली थाने में पार्षद पति बबलू सहित दस नामजद के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था.