सुजानगढ़ (चूरू). शराबबंदी आंदोलन को लीड कर रही पूजा छाबड़ा ने गहलोत सरकार से राजस्थान में शराबबंदी की मांग की है. छाबड़ा ने क्षेत्र के चार गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों को शराब के दुष्प्रभावों के बारे में बताया. उन्होंने ग्राम मलसीसर, भीमसर, कोलासर व गुड़ावडी में महिलाओं को शराबबंदी के बारे में बताया और कहा कि उनके पिता पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा ने शराबबंदी के लिए शहादत दी है.
राजस्थान में शराबबंदी की मांग, पूजा छाबड़ा ने ग्रामीणों को शराब के दुष्प्रभावों के बारे में बताया
शराबबंदी आंदोलन को लीड कर रही पूजा छाबड़ा ने गहलोत सरकार से राजस्थान में शराबबंदी की मांग की है. छाबड़ा ने क्षेत्र के चार गांवों का दौरा किया और ग्रामीणों को शराब के दुष्प्रभावों के बारे में बताया. उन्होंने ग्राम मलसीसर, भीमसर, कोलासर व गुड़ावडी में महिलाओं को शराबबंदी के बारे में बताया.
पूजा छाबड़ा ने कहा कि शराब से हजारों परिवार बर्बाद हो रहे हैं. पुलिस और आबकारी विभाग में भष्ट्राचार के कारण रात को आठ बजे बाद भी आसानी से शराब उपलब्ध हो जाती है. उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजस्थान में शराबबंदी की मांग की.
राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ और राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ ने गांधी चौक में उर्दू तालीम और मदरसा तालीम के समर्थन में आम सभा का आयोजन किया. सभा में मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की गई. वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार से पूर्ववर्ती सरकार में उर्दू की स्थिति ज्यादा अच्छी थी. सरकार उर्दू के पद समाप्त करने में लगी है. वक्ताओं ने सरकार से 2005 से पहले की स्थिति करने की मांग की है.वक्ताओं ने मदरसा पैराटीचर्स को स्थाई करने की भी मांग की. सभा में मुख्यमंत्री गहलोत और शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.