चूरू. कोरोना संक्रमण काल में भी राजनीति का वायरस अब हावी होता जा रहा है. कोरोना के इस संकट काल में भी आरोप और प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. कहा जाता है कि गरीब की ना कोई जाति होती है और ना ही उसका कोई धर्म होता है. पेट की आग के आगे जाती धर्म और पार्टियां ये सब फिके पड़ जाते हैं.
लेकिन, लॉकडाउन के दौरान भी जरूरतमंद लोगों की भी अब शायद पार्टियां देखी जा रही है की कौनसा जरूरतमंद किस पार्टी का है. नगर परिषद सभापति ने शहर में विधायक कोटे से बांटी जा रही राशन सामग्री में भेदभाव का आरोप लगाया है.
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सभापति पायल सैनी ने कहा की पिछले तीन दिनों से मुझे पार्षदों के द्वारा शिकायत मिल रही है कि विधायक कोटे से जो राशन सामग्री बांटी जा रही है, वह भेदभाव कर बांटी जा रही है.
विधायक कोटे की राशन सामग्री को पार्टी के कार्यकर्ता या प्रत्याशी के माध्यम से बांटा जा रहा है, ना कि वार्ड के उस जनप्रतिनिधि के माध्यम से बांटा जा रहा है. सभापति ने कहा की मैंने जिला कलेक्टर को पत्र लिख मामले की जांच करवाने की मांग की है. बता दें कि चूरू विधायक राजेन्द्र राठौड़ है.