चूरू.जिले की तारानगर तहसील के नेठवा गांव में 6 अक्टूबर को मिली एक असम की बालिका के मामले में पुलिस ने जांच अब तेज कर दी है. इसके साथ ही आरोपियों तक पहुंचने के लिए एसपी परिस देशमुख ने तीन टीमों का भी गठन कर दिया है. जो इस पूरे प्रकरण की अब हर एक पहलू से जांच कर रही है.
असम की किशोरी के खरीद फरोख्त का मामला असम की दस्तयाब बालिका के मामले में जहां अब तक यह खुलासा हो चुका है कि वह 11 हफ्ते 6 दिन की गर्भवती है और उसकी असम से राजस्थान और राजस्थान से हरियाणा तक खरीद फरोख्त हुई है. तो पुलिस इन सभी आरोपियो को सलाखों तक पहुचाने के लिए उन सभी कड़ियों को जोड़ने में लगी है, जो न्यालय में पीड़िता का पक्ष मजबूती से रख सके और उसे न्याय दिला सके.
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एसपी परिस देशमुख ने भी कहा है कि संगठित गिरोह हो या फिर कोई और पुलिस इस पूरे नेटवर्क का पटाक्षेप करने का प्रयास कर रही है. इस पूरे मामले का अनुसंधान अब महिला थानाधिकारी को सौंपा गया है. साथ ही पुलिस की टीमें असम भी जाकर कुछ लोगों से इस मामले में पूछताछ करेगी और दोषी पाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार करेगी. बता दें कि 6 अक्टूबर को तारानगर पुलिस ने सरपंच की सूचना पर लावारिस हालत में घूम रही बालिका को दस्तयाब किया था.
वहीं इसका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया, जिसमें बालिका गर्भवती आयी थी. अबतक की जांच में यह भी पता लगा है कि बालिका का सौदा किसी और ने नहीं बल्कि उसी के पिता ने राजस्थान में किया था. जिसके बाद दलाल ने इसे हरियाणा बेच दिया और हरियाणा से वापस बालिका को राजस्थान भेज दिया गया था.