चूरू. जिले में भिक्षावृत्ति रोकने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत लोगों से अपील की जाएगी कि भिक्षा में रुपए नहीं दें बल्कि खाद्य सामग्री दें. अभियान का मुख्य उद्देश्य नशे का रोकथाम है. बता दें, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से यह अभियान शुरू किया गया है.
चूरू में भिक्षावृत्ति रोकने के लिए चलाया जा रहा अभियान, भिक्षा में पैसे के जगह दिया जाएगा खाद्य सामग्री - Campaign to stop begging in Churu
चूरू में भिक्षावृत्ति में लिप्त लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत अब भिक्षा में पैसे नहीं, खाद्य सामग्री और कपड़े दिए जाएंगे और लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाएगा.
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अक्सर सड़क किनारे या यात्रा के समय रेल और बस में भिक्षावृत्ति में लिप्त जिन लोगों को हम भिक्षा के तौर पर पैसे देते हैं, उनमें अधिकांश मामलों में सामने आया है कि इन पैसों का इस्तेमाल वे नशे के लिए करते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार की और से भिक्षावृत्ति को लेकर यह अभियान शुरू किया गया है.
चाइल्ड हेल्पलाइन के निदेशक राजेश अग्रवाल ने बताया कि भिक्षावृत्ति को कम करने के उद्देश्य से सामाजिक कार्यकर्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और भामाशाहों के सहयोग से यह अभियान शुरू किया गया है. भिक्षावृत्ति करने वालों को भिक्षा ना देकर खाद्य सामग्री कपड़े और अन्य आवश्यकताओं की सामग्री दी जाए, इससे इन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकेगा. उन्होंने बताया कि इससे इनको नशे की लत से भी छुड़ाया जा सकेगा.