चूरू. जिला कलेक्ट्रेट के आगे मानदेय वृद्धि और स्थायीकरण सहित दो विभागों से हटाकर एक विभाग में करने की मांग को लेकर 17 जुलाई से धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों ने अब उग्र रूप धारण कर लिया है. बुधवार को प्रदर्शन कर रही आशा सहयोगिनियों ने ट्रेन रोकने के लिए रेलवे ट्रैक की तरफ कूच किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया. इसके बाद आक्रोशित आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने से गुजर रही सड़क को जाम कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया.
मांगों को लेकर धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों का उग्र प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट के सामने रास्ता रोका, ट्रेन रोकने की भी कोशिश - हाईवे किया जाम
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठी आशा सहयोगिनियों ने बुधवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रेलवे ट्रैक की ओर कूच किया. लेकिन पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक दिया. इसके बाद आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट के सामने सड़क जाम कर दी और मांगें नहीं मानने पर प्रदर्शन को और उग्र करने की चेतावनी दी.
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आशा सहयोगिनियों का प्रदर्शन दिनभर चलता रहा. जिसके चलते जिला प्रशासन और पुलिस को खूब परेड करनी पड़ी. प्रशासनिक अधिकारियों ने आशा सहयोगिनियों के साथ बैठक कर धरना समाप्त करने की बात कही. लेकिन नतीजा शून्य रहा. आक्रोशित आशा सहयोगिनियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने हमारे मानदेय में महज 200 रुपए की बढ़ोतरी की है. इतने कम मानदेय से परिवार का गुजारा कैसे कर पाएंगे. इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि हमारा मानदेय 2 हजार 500 रुपए से बढ़ाकर 18 हजार रुपए प्रतिमाह किया जाए और स्थायी करने के साथ ही दो विभागों से हटाकर एक विभाग में लगाया जाए.