चूरू. कहने को तो राजस्थान की धरती रेगिस्तानी है. लेकिन इस मरुधरा में कला की महक सात समंदर पार जाती है. चूरू जिले के काष्ठ कलाकारों के हुनर की मुरीद पुरी दुनिया है. इस फेहरिस्त में स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल से लेकर अंबानी तक और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति की पत्नी हिलेरी क्लिंटन का नाम नाम तक शामिल है. देखिये यह विशेष रिपोर्ट...
चूरू के काष्ठ कलाकार मालचंद जांगिड़ चंदन पर बारीक कलाकारी के लिए जाने जाते हैं. उन्हीं कलाकार की चौथी पीढ़ी तक अब चंदन पर कलाकृतियां उकेर रही है. चूरू के ही दो प्रजापत भाई भी मिट्टी का साजो-सामान बनाने के स्थान पर चंदन पर बारीक नक्काशी करते हैं. चंदन के ये कलाकार विश्व विख्यात हैं.
जांगिड़ परिवार को विरासत में मिली कला
चंदन के ये चितेरे राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुके हैं. शहर के मशहूर चंदन कलाकार मालचंद जांगिड़ की चौथी पीढ़ी को यह कला विरासत में मिली. इस कला के दम पर इस परिवार ने अपना नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवा लिया है. काष्ठ कला के दम पर ही इस परिवार ने अब तक 9 राष्ट्रीय पुरुष्कार हासिल किए हैं. चूरू में वर्तमान में तीन परिवार चंदन की लकड़ी पर अपनी कला उकेर रहे हैं.
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विदेशों में भी कला के मुरीद
चंदन की लकड़ी पर उकेरी गई इन कलाकृतियों के मुरीद देशी ही नहीं बल्कि विदेशी भी हैं. इस कला के चाहने वाले विदेशों और बड़े-बड़े शहरों में ज्यादा हैं. चंदन के ये कलाकार बताते हैं कि वह अब तक देश के बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, जयपुर, उदयपुर, लखनऊ, अहमदाबाद में उनकी कला की एग्जीबिशन लग चुकी है. यहां इनके खरीदार अधिक हैं.