चूरू.जिले के सरदारशहर में कर्फ्यू के दूसरे दिन भी इसके साइड इफेक्ट देखने को मिले. यहां कर्फ्यू के दौरान मेडिकल के अलावा सभी प्रतिष्ठानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. जिसके चलते दूध की सप्लाई तक बंद है.
ऐसे में पशु पालकों और डेयरी संचालकों की भी चिंता बढ़ गई है. निकटवर्ती गांव जसरासर में 500 लीटर दूध खेत में बहा दिया गया. कहीं-कहीं बछड़ों और पशुओं को पिला दिया.
हजारों लीटर दूध खेतों में बहा रहे पशु पालक दरअसल, जिले में एक साथ 7 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. जिसके बाद जिला प्रसाशन ने एक आदेश जारी कर कर्फ्यू लगा दिया. जिसके बाद डेयरी संचालक यहां हजारों लीटर दूध खेतों में व्यर्थ बहा रहे हैं या पशुओं को पिला रहे हैं.
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वैसे तो राजस्थान ऐसा पहला राज्य है जहां प्रदेशवासियों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए सरकार ने सबसे पहले लॉकडाउन की घोषणा की थी. लेकिन दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन जलसे में शामिल होकर लौटे जमातियों ने बीकानेर संभाग में चूरु जिले को एक साथ 7 कोरोना पॉजिटिव देने का काम किया. जिसके बाद प्रसाशन को मजबूरन सख्त कदम उठाने पड़े.