सरदारशहर (चूरू).जब कोरोना को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन लगा था और लोग अपने घरों में कैद हो चुके थे, ऐसे समय में देश को जरूरत थी, उन छोटे बड़े कोरोना योद्धाओं की जो देश को इस संकट की घड़ी से बाहर ला सके. ऐसा ही एक कोरोना योद्धा सरदारशहर के वार्ड 12 से अमरचंद पंवार सामने आए, जो कि पेशे से दर्जी है. इन्होंने इस महामारी में अपना बहुत बड़ा योगदान दिया.
अमरचंद पंवार एक गरीब परिवार से होकर भी इस महामारी में तन मन धन से अपना योगदान दे रहे है, जो देश के लिए बहुत बड़ा योगदान है. कोरोना से बचाव के लिए पहली जरूरत है कि मास्क लगाकर ही व्यक्ति बाहर निकले. जब कोरोना ने भारत में दस्तक दी तो मास्क की बहुत बड़ी किल्लत देखने को मिली और मास्क की भयंकर कालाबाजारी होने लगी. 5 से 10 रुपये में बिकने वाला मास्क उस समय 50 से 70 रुपये में बिक रहा था.
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ऐसे में अमरचंद पंवार देश सेवा के लिए आगे आए और अपने घर पर ही स्वयं के खर्चे पर कपड़े के मास्क बनाने शुरू कर दिए. जिसे भी मास्क की जरूरत होती पंवार उसे निशुल्क मास्क उपलब्ध करवाते. अमरचंद पंवार चौराहों पर खड़ी पुलिस, हॉस्पिटलों में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य सामाजिक संस्थाएं, जिन्होंने कोरोना काल में अपनी सेवाएं दी है. उन सभी को निशुल्क मास्क उपलब्ध करवाएं और बाजार में बढ़ रही मास्क की कालाबाजारी को पूर्णतया खत्म कर दिया.