चूरू.न्यायिक सेवा की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए चूरू हब बन रहा है. चूरू के राजकीय विधि महाविद्यालय को जज बनाने वाले कॉलेज के नाम से पहचाना जाने लगा है. इसकी बड़ी वजह है कि साल 1992 से लेकर अब तक राजकीय लॉ कॉलेज के 42 स्टूडेंट्स का राजस्थान न्यायिक सेवा (आरजेएस) में चयन हो चुका है.
बता दें कि अब प्रदेश के दूसरे जिलों से भी आरजेएस की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स चूरू आने लगे हैं. साल 2011 से 2018 तक जिले के 26 अभ्यर्थियों का आरजेएस में चयन हो चुका है. इस साल भी जिले से आठ स्टूडेंट्स का आरजेएस में चयन हुआ है जो कि एक रिकॉर्ड है.
इसके पीछे बड़ा कारण है कि लॉ कॉलेज में प्रवेश लेते ही स्टूडेंट्स को इसके लिए प्रेरित किया जाता है. बिना किसी शुल्क के छात्रों को तैयारी करवाई जाती है. अब पिछले साल से अधिकृत रूप से लॉ कॉलेज में आरजेएस की तैयारी करवाई जा रही है.
अब तक चूरू से बने आरजेएस
नारायण प्रजापत, चंद्रशेखर, दीप्ति स्वामी, रंजना सिहाग, मनीषा शर्मा, शालिनी शर्मा, सीमा ढाका, नीतू रानी, हुक्मीचंद, वंदना शर्मा, रेणुका शर्मा, नीलम सिहाग, धनपत माली, सुनीता यादव, रविकांत, सुरेश कुमार, उषा प्रजापत, अविनाश चांगल, निधि तूनवाल, गीता सहारन, सना खान है. साल 2015 में दिलीप सैनी और बबीता सैनी पति-पत्नी एक साथ आरजेएस बने.