चितौड़गढ़.जिले केभैंसरोडगढ़ क्षेत्र में बुधवार सुबह एक महिला ने अपनी 11 साल की बेटी के साथ भैंसरोडगढ़ पूल से चंबल नदी में छलांग (woman suicide attempt with daughter) लगा दी. इस दौरान नदी में नाव चला रहे दो युवकों की उनपर नजर पड़ गई. नाविकों ने दोनों मां-बेटी को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
डीएसपी झाबरमल और भैंसरोडगढ़ थाने से पुलिसकर्मी भी सूचना पर अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने महिला कौशल्या (40) के परिजनों को भी घटना की जानकारी दी. पुलिस ने महिला का बयान लेकर मामले में पड़ताल शुरू कर दी. कौशल्या सुबह कोटा से बेटी के साथ बस में बैठकर रावतभाटा पहुंची और फिर ऑटो से भैंसरोडगढ़ चंबल पुल पर पहुंच गई. इसके बाद महिला अपनी बेटी को लेकर नदी में (suicide attempt in Chittorgarh) कूद गई. इस दौरान नाव चला रहे मोहनलाल और मदनलाल ने दोनों को नदी में कूदते देखा तो वे भी पानी में कूदे और दोनों को डूबने से बचाया.
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गुजरात पुलिस में काम करता है महिला का पति
रावतभाटा आरपीएस कॉलोनी की रहने वाली कौशल्या पांच महीने से गुजरात के दाहोद में पति के साथ रह रही थीं. महिला ने बताया कि उसका पति गुजरात पुलिस में कॉन्स्टेबल और पिता रावतभाटा जल संसाधन विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी हैं. महिला की बड़ी बेटी जयपुर में बीबीए कर रही है जबकि 11 साल की छोटी बेटी रावतभाटा के निजी स्कूल में पांचवी क्लास में पढ़ती है.
आर्थिक तंगी से थी परेशान
महिला ने बताया कि वह पिछले पांच महीनों से गुजरात के दाहोद में पति के साथ थी और आर्थिक परेशानी से जूझ रही थी. उसका पति न तो बच्चों की पढ़ाई में आर्थिक रूप से किसी तरह की मदद करता है और न ही उसका सहयोग करता है जबकि पिछले पांच सालों से रावतभाटा आरपीएस कॉलोनी में किराए के मकान में अलग से रह रही है. जब माता-पिता के पास जाती थी तो भाइयों से झगड़ा होता था. पति के पास गई तो भी तकलीफ कम नहीं हुई. ऐसे में परेशानियों से निजात पाने के लिए उसे सिर्फ आत्महत्या ही एक मात्र रास्ता नजर आया.