चित्तौड़गढ़.जिले में सर्द हवाओं ने ठिठुरन पैदा कर दिया है. लोग अपने घरों में दुबके पड़े हैं. हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर ने आम जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. चित्तौड़गढ़ में पारा 3 डिग्री लुढ़कर 7 डिग्री पर पहुंच गया है. मौसम विभाग का मानना है कि आने वाले दिनों में रातें और भी सर्द हो सकती हैं.
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हालांकि, सुबह-सुबह कोहरे का असर दिखाई देता है, लेकिन सूरज निकलने के साथ ही सर्दी का जोर और भी बढ़ जाता है. सुबह और शाम ही नहीं दिन भर बर्फीली हवाओं के चलते लोग गर्म वस्त्रों का मोह नहीं त्याग पा रहे हैं. खासकर सुबह और शाम तो घरों से निकलना भी दूभर हो गया है और सड़कों पर सन्नाटा नजर आ रहा है. खुले में रहने वाले लोगों की हालत तो और भी पतली कही जा सकती है. सुबह-सुबह कोहरे के चलते दुर्ग की पहाड़ियां तक नजर नहीं आती हैं. फसलों पर भी इसका असर साफ नजर आ रहा है, जब सुबह सुबह ओस की बूंदे बर्फ के रूप में जमी दिखाई देती हैं.
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मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह यह दूसरा मौका है जब रात के तापमान में एक साथ 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय रहने से तापमान में गिरावट आ रही है, जिससे दिन का तापमान 30 डिग्री से कम होकर 22 से 23 डिग्री तक पहुंच गया है. वहीं, न्यूनतम तापमान भी लगातार गिर रहा है. पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और उत्तरी हवाओं के मैदानी इलाकों की ओर बढ़ने से गलन लगातार बढ़ रही है. मौसम वैज्ञानिक डॉ. प्रियंका स्वामी के अनुसार अगले दो-तीन दिन में बादल पूरी तरह से झड़ जाएंगे लेकिन गलन बरकरार रहेगी.