चित्तौड़गढ़. राज्य सरकार के निर्देशानुसार चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी वीकेंड कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. जहां सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है. इसके अलावा इक्का-दुक्का वाहनों को छोड़कर आवाजाही बंद हो गई है. वहीं पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है.
चित्तौड़गढ़ में वीकेंड कर्फ्यू शुरू चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर स्वयं मैदान में उतर आए हैं और पुलिस के अधिकारियों के साथ शहर का दौरा कर कर्फ्यू की व्यवस्थाओं का जायजा लिया है. जानकारी में सामने आया है कि राज्य सरकार की ओर से गुरुवार रात को ही वीकेंड कर्फ्यू शुरू करने के आदेश दिए थे. इसी क्रम में कर्फ्यू शुक्रवार शाम 6 बजे से ही लागू हो गया है. पहला दिन होने के कारण शाम 6 बजे बाद भी कुछ वाहन जरूर आते-जाते दिखाई दिए हैं. लेकिन बाजार पूरी तरह से बंद हो गए हैं.
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वहीं धीरे-धीरे सड़कों पर सन्नाटा पसर रहा है. साथ ही शहर में सभी तरह की दुकानें, आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बंद हो चुकी हैं. इससे पहले जरूर शहर के बाजारों में भारी भीड़ देखने को मिली थी. लेकिन जैसे-जैसे 5 बजने का समय आया वाहनों की संख्या कम होने लग गई. कर्फ्यू की पालना सुनिश्चित करने को लेकर चित्तौड़गढ़ जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने पुलिस अधिकारियों के साथ शहर का दौरा किया है.
इन्होंने चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट कार्यालय, गोल प्याऊ चौराहा, प्रतापनगर आदि क्षेत्रों का अवलोकन किया. इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मतसिंह देवल, पुलिस अधीक्षक चित्तौड़गढ़ मनीष शर्मा, चित्तौड़गढ़ कोतवाली थानाधिकारी तुलसीराम प्रजापत आदि साथ थे. कर्फ्यू के दौरान सूनी पड़ी सड़कों पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के वाहन दौड़ते हुए दिखाई दिए. इस दौरान जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा कि आज पहला दिन है. काफी लोगों ने स्वैच्छिक अपने-अपने संस्थान बंद कर घर लौट गए हैं. वहीं कई लोग अब भी सड़कों पर दिख रहे हैं, जिससे हम समझाइश कर रहे हैं. अगर नहीं माने तो सख्ती बरतेंगे.