चित्तौड़गढ़.महाराष्ट्र के पालघर में हुई हिंसा में दो साधुओं सहित कुल तीन लोगों की भीड़ ने हत्या दी. इससे हर कोई स्तब्ध है. वहीं, संतों ने इस मामले की कड़ी निंदा की है और महाराष्ट्र सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. हरिद्वार के निरंजनी अखाड़ा दिगम्बर साधु और चितौड़गढ़ में हजारेश्वर महादेव मंदिर के महंत चंद्रभारती महाराज ने इस मामले को साजिश बताते हुए चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि साधु क्रोधित हैं और दोषियों को कड़ी सजा नहीं मिली तो साधु महाराष्ट्र सरकार से टकरा जाएंगे.
महंत चंद्रभारती महाराज ने कहा कि दोनों ही संत समाधि के कार्यक्रम से लौट रहे थे. लोगों ने इनको गाड़ी से निकाला और मार पीट कर हत्या कर दी. महंत ने कहा कि संत किसी को कुछ नहीं कहते. किसी से कुछ नहीं मांगते. संत किसी जाति के नहीं होते. महाराष्ट्र जैसे राज्य में इस तरह का मामला होना सोची समझी साजिश है. उन्होंने सवाल उठाया कि लॉकडाउन के चलते 5 लोग एक साथ एकत्रित नहीं हो सकते तो अचानक 200 लोगों की भीड़ कैसे आ गई. साधुओं की हत्या में लिप्त लोगों को फांसी की सजा मिलना चाहिए, नहीं तो साधु समाज कड़ा प्रदर्शन करेगा. इस मामले से साधु समाज क्रोधित है और सभी साधु महाराष्ट्र तक पहुंच जाएंगे.