चित्तौड़गढ़.जिले में निम्बाहेड़ा उपखण्ड के ढोरिया चिकित्सालय के पीछे मिली नवजात बालिका को 10 दिन बाद सोमवार को फिट घोषित कर दिया. इसके बाद उसे शिशु गृह मेंं लाया गया. बालिका को मरने के लिए झाडियों में फेंका गया था.
लेकिन समय पर पता चल जाने से उसे चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया.जिससे इसने मौत को मात दे दी.ऐसे में बाल कल्याण समिति ने बालिका का नामकरण विजयलक्ष्मी किया है. बता दें इस बालिका को गोद लेने लिए बाल कल्याण समिति के पास कई फ़ोन आ चुके है.
जानकारी के अनुसार गत 29 मई को ढोरिया के उप स्वास्थ्य केंद्र के पीछे नवजात बालिका झाड़ियों में पड़ी मिली. जन्म के तीन से चार घण्टे में ही इसका परित्याग हुआ था. एएनएम ने आवाज सुनी तो बालिका को झाड़ियों से निकाला.यह बालिका करीब 10 दिन जिला चिकित्सालय में भर्ती रही.बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेश दशोरा ने बताया कि सोमवार को डॉ जयसिंह मीणा ने बच्ची को स्वस्थ्य घोषित कर दिया,जिसके बाद बालिका को चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई और राजकीय शिशु गृह लाया गया.
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बाल कल्याण समिति(child welfare committee ) के अध्यक्ष रमेशचंद्र दशोरा ने आगे बताया कि बालिका को शिशुगृह लाने के बाद उसका नामकरण किया गया. यह मौत को हरा कर वापस लौटी है और लक्ष्मी का रूप है,इसलिए इसका नाम विजयलक्ष्मी रखा गया है. दशोरा ने बताया कि इस बालिका को अपनाने के लिए कई लोगों के फोन आ चुके हैं. इसे गोद लेने के लिए लगातार फोन आए हैं लेकिन नियमानुसार ही इसे गोद देने की प्रक्रिया को अपनाया जाएगा.
सड़क पर रो रही नाबालिग लड़की को बाल कल्याण समिति पहुंचाया गया-