चित्तौड़गढ़. शहर की कोतवाली थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने एटीएम मशीन को हैक कर बैंकों से करीब एक करोड़ की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में यूपी के गिरोह की एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने इनके बैंक खातों में जमा करीब 36 लाख रुपए को भी फ्रीज करवा दिया है. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 61 एटीएम कार्ड और मोबाइल जब्त किए हैं. पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में जुटी है. गिरफ्तार आरोपितों में दो भाई शामिल हैं. वारदात का खुलासा चित्तौड़गढ़ पुलिस उप अधीक्षक अमितसिंह ने किया.
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पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि गत 20 फरवरी को एसबीआई के एटीएम को संचालित करने वाली टीएसआई कंपनी के सुपरवाइजर नरेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दी थी. इसमें बताया कि एसबीआई के एटीएम से छेड़छाड़ कर अज्ञात व्यक्तियों ने करीब 4 लाख 68 हजार 400 निकाले हैं.
इस पर कोतवाली थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, डिप्टी एसपी अमित सिंह के सुपरविजन में टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इसमें यह बात सामने आई कि धोखाधड़ी कर विभिन्न एटीएम का इस्तेमाल कर रुपए निकाले गए हैं.
कोतवाली पुलिस ने जांच के बाद सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर मनमोहन और हरीश चंद्र और मेनका को नामजद किया. मेनका को लखनऊ से और मनमोहन और हरीशचंद्र को उदयपुर से दस्तियाब कर पुलिस चित्तौड़गढ़ ले आई है.
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चित्तौड़गढ़ पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि गत 1 वर्ष में इन लोगों ने विभिन्न बैंक एटीएम मशीन को हैक कर रुपए निकाले हैं. इसके साथ ही बैंकों के एटीएम से रुपए नहीं निकलने की शिकायत कर रिफंड प्राप्त किया. तीनों आरोपियों को जांच-पड़ताल के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.