चितौड़गढ़.शहर के सदर थाने में दर्ज 14 लाख की धोखाधड़ी के मामले में आठ माह से फरार चल रहे एक आरोपी ने शुक्रवार को चित्तौड़गढ़ कोर्ट में सरेंडर (accused of cheating of 14 lakh surrendered in the court) कर दिया. इस आरोपित को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है.
शहर के सदर थाना इलाके में आने वाले कुंभानगर निवासी नवनीत पुत्र एनएस मोदी ने गत सितम्बर माह में एक रिपोर्ट दी. जिसमें बताया कि 17 सितम्बर 2021 को सुबह पार्टनर श्याम को दलाल गांधीनगर निवासी सतीश ने फ़ोन कर बताया कि सेंती में आवासीय कॉलोनी के पास जमीन बिकाऊ है. आरोपी सतीश ने श्याम को कहा अगर उसे खरीदनी है तो वह जमीन बेचने को तैयार है. इस पर प्रार्थी श्याम के साथ मौके पर गया. जहां सतीश और कैलाश नगर निवासी पंकज पुत्र बालमुकुंद सोनी मिले. दोनों ने पहले जमीन और दस्तावेज प्रार्थी को दिखाए. जिसके बाद नवनीत ने जब जमीन के मालिक से मिलने की इच्छा जताई तो आरोपियों की ओर से कहा गया कि उसे ऑफिस लेकर आओ. जिसपर सतीश और पंकज एक महिला को मांगीबाई बनाकर लेकर आए. यहां महिला ने अपना आधार कार्ड दिखाया जिसमें उसका नाम मांगी बाई पुत्री छगनलाल बताया. इसपर सतीश, पंकज और मांगीबाई के सामने जमीन की डील 68 लाख रुपए में तय हुई. 17 सितम्बर 2021 को 10 हजार रुपए एडवांस दिए और उसकी रसीद भी ले ली.
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प्रार्थी ने 13 लाख रुपए नकद और 7 लाख का चेक आरोपियों को दिया:नवनीत ने मांगीबाई के बेटे से डील फाइनल करने की बात कही. इस पर आरोपियों ने सहमति दी. आरोपियों ने बताया कि मांगीबाई का पुत्र है. वह बाहर नौकरी करता है और वह रविवार को आएगा. आरोपी सतीश, पंकज, तथाकथित मांगी बाई और उसका बेटा नवीन शर्मा (जिसका असली नाम पुराना शहर निवासी राजेश पुत्र चांदमल सोनी है) चारों मौके पर आकर मिले. दोनों पक्ष के बीच में 19 तारीख को 13 लाख 90 हजार रुपए देना तय हुआ. यह भी तय किया गया कि शेष राशि में से 7 लाख रुपए का चेक मांगी बाई को दिया जाएगा और उसके बाद बचे 47 लाख रुपए 3 महीने में दिया जाएगा. नवनीत ने नोटेरी करवाने के बाद 13 लाख 90 हजार रुपए नकद आरोपियों को दिए और 7 लाख का चेक मांगी बाई को भी दिया.
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लेकिन कुछ घंटे बाद ही आरोपियों का भेद खुल गया. इस पर नवनीत ने सदर थाने में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए पहले ही तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने पंकज सोनी, सतीश और विमल कुमार छिपा को गिरफ्तार कर किया. वहीं करीब 8 महीने से फरार चल रहे नवीन कुमार (राजेश) ने चित्तौड़गढ़ कोर्ट में पहुंचकर सरेंडर कर दिया. जिसके बाद सुचना पर जांच अधिकारी मौके पर पहुंचे और राजेश को पुलिस थाने लाए, यहां आरोपित से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया.