चित्तौड़गढ़. जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर बढ़ रहा है. वैसे वैसे राजस्व से जुड़े महकमों की सांसे फूलती जा रही हैं. इनमें परिवहन विभाग भी एक है. अकेले चित्तौड़गढ़ जिले में विभिन्न प्रकार के वाहनों का बतौर टैक्स करोड़ नहीं, बल्कि अरब में पहुंच गया है. हालत ये है कि फरवरी महीने तक विभाग की ओर से निर्धारित लक्ष्य के मुकाबले 50 फीसदी राशि भी वसूल नहीं की जा सकी. सरकार ने वाहन मालिकों को पैनल्टी में छूट दी गई है. ऐसे में विभागीय अधिकारियों को महीने के अंत तक निर्धारित लक्ष्य के करीब पहुंचने की संभावना दिखाई दे रही है.
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विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 800 गुड्स व्हीकल की बतौर टैक्स रिकवरी बकाया चल रही है. अधिकारियों के तमाम प्रयासों के बावजूद वाहन संचालक सामने नहीं आ रहे हैं. गुड्स व्हीकल के साथ ही अन्य वाहनों के साथ विभाग को सरकार ने 202 करोड़ रुपये का लक्ष्य दिया गया था, जबकि फरवरी तक केवल 95 करोड़ रुपये ही जमा हो पाए हैं. इस वसूली के लिए चित्तौड़गढ़ जिले में 6 टीमें बनाई गई हैं जो लगातार बकायेदारों से संपर्क कर रही हैं.
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जिला परिवहन अधिकारी इनेश खत्री के अनुसार फ्लाइंग टीम के साथ साथ सरकार की एमनेस्टी योजना से भी काफी उम्मीदें हैं. जनवरी 2021 तक बकाया कर पर सत प्रतिशत छूट दी जा रही है. इसी प्रकार ई रवाना प्रकरणों में अलग-अलग स्लैब के आधार पर रियायत दी जा रही है. उम्मीद है कि महीने के अंत तक निर्धारित लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे.