चितौड़गढ़. युद्ध में दिव्यांग हुए सैनिकों की सहायता और लोगों को उनके प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से निकले दो धावक बुधवार को चितौड़गढ़ पहुंचे. जिनका शहरवासियों ने भव्य स्वागत किया है. दोनों धावकों ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य सैनिकों को सम्मान दिलाना और दिव्यांग सैनिकों के लिए अधिक से अधिक फंड जुटाना है.
जानकारी के अनुसार ट्यून मेरी टेक्निकल इंस्टीट्यूट पुणे के तत्वाधान में दिव्यांग सैनिकों के सहयोग के लिए दो धावक मुम्बई से रन पर निकले हैं, जो दिल्ली तक करीब 1500 किलोमीटर का रन करेंगे. मुंबई से दिल्ली तक दौड़ लगाने वाले दो धावक मुंबई निवासी 60 वर्षीय कुमार अजवानी और हिमाचल प्रदेश निवासी सुनील शर्मा शहर पहुंचे है.
इनका कलक्ट्रेट चौराहे पर अधिवक्ता नरेन्द्रसिंह पंवार, बजरंग दल पूर्व जिला संयोजक मुकेश नाहटा, स्थानीय धावक पृथ्वीराज खटीक, श्यामदास बैरागी आदि ने स्वागत किया. कुमार अजवानी और सुनील शर्मा ने बताया कि युद्ध में जो सैनिक अपने शरीर का कोई अंग गंवा दिया है या जो एक पैर एक हाथ से विकलांग हो जाते हैं, ऐसे सैनिकों के लिए उनकी संस्था एमटीआई ट्रेनिंग के जरिए रोजगार का साधन उपलब्ध करवाती है.