राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

गुर्जर आरक्षण को लेकर चित्तौड़गढ़ में भी आंदोलन, 4 घंटे हाइवे पर रहा आंदोलनकारियों का कब्जा - national Highway-27 chittaurgarh

चित्तौड़गढ़ में गुरुवार को गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने कोटा फोरलेन पर पारसोली थाना क्षेत्र में स्थित हरपुरा मोड पर एनएच-27 को जाम कर दिया है, ये जमा लगभग चार घंटे तक रहा. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाइवे को अपने कब्जे में कर लिया. इसके बाद कई दौर की वार्ता के बीच करीब 4 घंटे बाद आंदोलनकारियों व प्रशासन के बीच धरना समाप्त करने को लेकर सहमति बन सकी.

chittaurgarh news, rajsthan news, चित्तौड़गढ़ न्यूज, राजस्थान न्यूज
गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर नेशनल हाईवे-27 पर प्रदर्शन

By

Published : Nov 5, 2020, 5:23 PM IST

चित्तौड़गढ़.प्रदेश में गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन की आग गुरुवार को चित्तौड़गढ़ जिले में भी पहुंच गई है. आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने चित्तौड़गढ़ में कोटा फोरलेन पर पारसोली थाना क्षेत्र में स्थित हरपुरा मोड पर एनएच-27 को जाम कर दिया है, जहां पर करीब चार घंटे तक जाम लगा रहा.

गुर्जर आरक्षण की मांग को लेकर नेशनल हाईवे-27 पर प्रदर्शन

वहीं प्रदर्शनकारियों की ओर से मांग को लेकर टायर भी फूंके गए, जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात करना पड़ गया. जानकारी के अनुसार गुरुवार सुबह करीब 11 बजे जिले के पारसोली व आस-पास के क्षेत्र के गुर्जर समाज के लोग एकत्रित होकर हरपुरा मोड़ पर नेशनल हाईवे-27 पर पहुंचे, जहां समाज के लोग धरने पर बैठ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाइवे को अपने कब्जे में कर लिया.

जिसके बाद चित्तौड़गढ़-कोटा फोरलेन के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. इसी के साथ आंदोलनकारियों ने बीच सड़क पर टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने बिस्तर व टेंट लगाकर गुर्जर समाज को आरक्षण देने की मांग की. पूर्व में आयोजित इस धरना प्रदर्शन के दौरान पारसोली पुलिस का जाप्ता तैनात किया गया है. पारसोली थानाधिकारी संजय गुर्जर के अलावा प्रशिक्षु आरपीएस राजेश कसाना, नायब तहसीलदार पारसोली रामधन गुर्जर, जिला स्पेशल टीम प्रभारी शिवलाल मीणा सहित कई अधिकारी आंदोलनकारियों से वार्ता में डटे रहे.

पढ़ें:झुंझुनूः शहर में नगर परिषद की 10 टीमें लोगों को कोरोना के प्रति करेंगी जागरूक, भीतरी इलाकों पर रहेगा विशेष जोर

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस जाप्ता भी मंगवाया गया. इसके बाद कई दौर की वार्ता के बीच करीब 4 घंटे बाद आंदोलनकारियों व प्रशासन के बीच धरना समाप्त करने को लेकर सहमति बनी.

जिसमें आंदोलनकारियों की ओर से पांच दिन का समय दिया गया है और अगर पांच दिन में प्रदेश स्तर पर समझौता हो जाता है तो ठीक है, नहीं तो 10 नवंबर से पुनः हाइवे जाम किया जाएगा. साथ ही यह भी तय हुआ है कि गुरुवार को हुए जाम को लेकर किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी. प्रशासन की ओर से इन मांगों को मान लेने के बाद गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों ने धरना समाप्त कर दिया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details