चित्तौड़गढ़.जिले के निंबाहेड़ा तहसील में स्थापित एक निजी सीमेंट उधोग के खिलाफ ग्रामीणों ने चरनोट और खातेदारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. क्षेत्र के कारूंडा, माल्याखेड़ी और धनोरा के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट के सामने उधोग के खिलाफ प्रदर्शन किया है. वहीं ग्रामीणों ने अवैध ब्लास्टिंग का आरोप लगाते हुए अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया है. इसमें करीब 186 बीघा जमीन पर कब्जे का आरोप लगाया है.
जानकारी के अनुसार निम्बाहेड़ा उपखण्ड क्षेत्र में स्थापित निजी सीमेंट कंपनी के खिलाफ ग्रामीण चित्तौड़गढ़ कलक्ट्रेट पहुंचे. यहां डेयरी संघ के अध्यक्ष बद्रीलाल जाट के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. इसमें कारूंडा, धनोरा माल्याखेड़ी के ग्रामवासियों ने बताया कि सीमेंट कंपनी की ओर से जिस चरनोट भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर माइनिंग की जा रही है, उस जमीन पर गांव के पशु चरते हैं. साथ ही जो खातेदारी जमीन है, उस पर किसान खेती करते हैं. अब ऐसे में गांव वालों को पशुओं के चरने और खेती करने के लिए जमीन कम पड़ जाएगी. वहीं कंपनी की ओर से किसानों का इसका मुआवजा भी नहीं दिया गया.
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