चित्तौडगढ़. जिले के बस्सी क्षेत्र में लम्बे समय से अवैध रूप से खैर की प्रतिबंधित लकड़ी की तस्करी का भांडाफोड़ करते हुए प्रदेश की सीआईडी सीबी टीम ने दो तस्करों सहित खेर की लकड़ी से भरा ट्रक बरामद किया है. बरामद की गई खेर की लकड़ी का मूल्य 30 लाख रुपए बताया जा रहा है. मामले को लेकर बस्सी थाने में प्रकरण दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार बस्सी वन क्षेत्र से बड़ी मात्रा में खैर की लकड़ी को काट कर ऊंचे दामों में बाजारों में बेचने का यह गिरोह लम्बे समय से सक्रिय था. सीआईडी सीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बीएल सोनी के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक सूर्यवीर सिंह राठौड़ सहित उनकी टीम ने कार्रवाई करते हुए बस्सी टोल प्लाजा के पास प्रतिबंधित अवैध खेर की लकड़ी का ट्रक बरामद करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है.
90 क्विंटल खैर की लकड़ी बरामद इस मामले में शहजाद पुत्र इकबाल निवासी पानीपत हरियाणा और दुर्गेश पुत्र कैलाश मीणा निवासी गलिया बावड़ी बेगूं की गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है. लम्बे समय से इस मामले में सीआईडी सीबी को खेर की लकड़ी की तस्करी की सूचना मिल रही थी. जिस पर सीआईडीसीबी ने सूचना के आधार पर जाल बिछाया और टोल नाके के समीप 90 क्विंटल खेर की लकड़ी के साथ दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है.
पढ़ें- एसपी भार्गव ने संभाली चित्तौड़गढ़ की कमान, बोले- तय करेंगे प्राथमिकताएं
बता दें कि इस लकड़ी की कीमत 30 लाख रुपए है. प्रारंभिक पूछताछ में यह लकड़ी राजस्थान-मध्यप्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र से लाना बताया है. जिले के बेगूं और नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र से इस लकड़ी को काट कर भरने की सूचना है. गौरतलब है कि खेर की लकड़ी प्रतिबंधित वन उपज है. इसका उपयोग पान का कत्था बनाने और गुटखे और पान मसाला बनाने के लिए किया जाता है.