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चित्तौड़गढ़ में दो स्तर पर कोरोना से मुकाबले की रणनीति, गाइडलाइन की पालना के लिए सख्ती, दूसरा चिकित्सीय सुविधाओं के विस्तार पर जोर - Corona cases in Rajasthan

चित्तौड़गढ़ में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा लगातार जिला स्तर पर कोरोना की गाइडलाइन की पालना करवा रहे हैं. इसके साथ ही कलेक्टर कोविड 19 संक्रमित मरीजों के लिए कोविड-19 सेंटर खोलने के लिए काम कर रहे हैं.

राजस्थान हिंदी न्यूज, Chittorgarh Hindi News
चित्तौड़गढ़ में कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवा रही पुलिस

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Published : Apr 29, 2021, 3:46 PM IST

चित्तौड़गढ़. शहर सहित जिलेभर में कोरोना की दूसरी लहर ने जिला प्रशासन को हिला कर रख दिया. शहर के साथ-साथ अब ग्रामीण अंचल में भी संक्रमण की लहर तेजी से पांव पसार रही है, जबकि संसाधन जगत के मुकाबले बहुत कम है ऐसे में जिला प्रशासन अब दो स्तर पर काम कर रहा है.

चित्तौड़गढ़ में कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवा रही पुलिस

एक तो संक्रमण की रोकथाम के लिए कोरोना गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाई जा रही है और इसके लिए पुलिस का अमला गली मोहल्ले के साथ पूरी तरह से सड़क पर उतार दिया गया है. अब यदि दूसरे पहलू पर जाए तो प्रशासन अगले कुछ दिनों के हालात को भांपते हुए संक्रमित लोगों के उपचार की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर कोविड-19 सेंटर खोलने पर काम किया जा रहा है.

वहीं जिला स्तर पर एक के बाद एक जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा बेहतर फैसिलिटी वाले कोविड-19 सेंटर खोलते जा रहे हैं. डाइट भवन को आदर्श केयर सेंटर के रूप में लाने के बाद प्रशासन राजकीय महाविद्यालय को इसी प्रकार का एक नया सेंटर बनाने जा रहा है. राजकीय महाविद्यालय में जिंक के सहयोग से 100 बेड का कोविड केयर सेंटर तैयार करवाया जा रहा है.

जिला कलेक्टर ने आज अधिकारियों के साथ राजकीय महाविद्यालय का निरीक्षण किया और कॉविड केयर सेंटर बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का जायजा लिया. अगले 4 से 5 दिन में इस सेंटर के तैयार होने की संभावना है.

पढ़ें-कोरोना का सितम : नई गाइडलाइन में और कड़े कदम उठाने की तैयारी में गहलोत सरकार

बता दें कि चित्तौड़गढ़ जिले में पिछले 1 सप्ताह से अधिक समय से संक्रमित लोगों का आंकड़ा प्रतिदिन 300 पार हो रहा है और अब तक करीब 4000 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. इनमें से गंभीर रोगियों की संख्या को देखते हुए प्रशासन का ध्यान चिकित्सा व्यवस्थाओं के विस्तार पर है.

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