चित्तौड़गढ़. शहर में पुलिस गत दिनों नई पुलिया मार्ग पर 25 लाख रुपए की दिनदहाड़े हुई लूट की वारदात का खुलासा करने में कामयाब रही. जिसमें आरोपियों ने बैंक के कर्मचारी को अपनी इस प्लानिंग में शामिल करते हुए वारदात को अंजाम दिया था. हालांकि मुख्य अभियुक्त फरार है, लेकिन पुलिस ने महज एक सप्ताह में इस वारदात से पर्दा उठाते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
वहीं, मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. इसके अलावा पुलिस इस मामले में अब तक 18 लाख 50 हजार की नकदी बरामद कर चुकी है. जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कोतवाली पुलिस थाने में गुरुवार को प्रेस वार्ता कर इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि, 29 दिसंबर को अनाज व्यापारी बसंती लाल बोहरा के साथ नई पुलिया मार्ग पर 25 लाख रुपए की नगदी अज्ञात बाइक सवार छीन ले गए थे. इस मामले में आरपीएस कार्यवाहक थानाधिकारी राजेश कसाना के नेतृत्व में कोतवाली थाना प्रभारी तुलसीराम प्रजापति उप निरीक्षक सुरेश और संग्राम सिंह सहित 12 लोगों की विशेष टीम गठित की गई. वारदात के बाद से ही टीम जांच में जुटी थी.
पुलिस ने विभिन्न कड़ियों को जोड़ते हुए गांधीनगर चित्तौड़गढ़ निवासी हेमेंद्र सिंह, चंदानी, संजय उर्फ सन्नी, राजकुमार, सीतामऊ मंदसौर के मंगल पुत्र बाबू दास बैरागी और सुनील पुत्र भगवान दास बैरागी को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा लूट गिरोह का मुख्य सूत्रधार रेवाड़ा थाना राशमी निवासी साहिल पुत्र राजकुमार बैरागी निकला. साथ ही उसके दो अन्य सहयोगियों लाल जी का खेड़ा निवासी प्रभु सिंह और शेती निवासी नरेंद्र उर्फ नैनू की सरगर्मी से तलाश की जा रही है. साहिल बैरागी के खिलाफ लड़ाई झगड़ा और डकैती सहित तीन प्रकरण दर्ज हैं. वहीं, राजकुमार के खिलाफ चोरी नकद ने मारपीट हत्या का प्रयास सहित 12 और प्रभु सिंह के खिलाफ छह प्रकरण दर्ज हैं. बता दें कि बैंक कर्मचारी से मित्रता कर वारदात को अंजाम दिया गया था.