चित्तौड़गढ़.नारकोटिक्स महकमें में सहीराम घूसकांड के बाद भी अनियमितताओं के मामले बंद नहीं हो रहे हैं. अब पुनः यह महकमा अनियमितता को लेकर चर्चाओं में आ गया है. चित्तौड़गढ़ के अफीम अधिकारी लंबरदार सहित अन्य लोगों पर एक महिला की शिकायत पर सदर थाने में मामला दर्ज किया गया है. फिलहाल निम्बाहेड़ा सदर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
जानकारी के अनुसार एक मृत महिला के नाम पर अफीम का पट्टा जारी करने और उसके आवेदन को आधार मान अन्य पंचायत में अफीम बुवाई कर फर्जी तरीके से मादक पदार्थ की बुवाई और लाइसेंस लेने के इस मामले में जहां पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. वहीं दूसरी ओर मामला सामने आने के बाद नारकोटिक्स विभाग में और भी गड़बड़ियां सामने आने की संभावना है.
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चित्तौड़गढ़ जिले के निंबाहेड़ा तहसील में आने वाले जावदा गांव निवासी नानीबाई ने अपनी मृत माता भानीबाई के नाम पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर पट्टा हासिल करने की शिकायत थाने में दी है. इस पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया है.
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार जावदा निवासी नानीबाई ने अपनी शिकायत में बताया कि उसके पिता आसाराम धाकड़ के नाम पर ग्राम पंचायत उखलिया में वर्ष 1998-99 में अफीम बुवाई का एक पट्टा जारी किया था. इस पर बाद में बुवाई नहीं की गई, लेकिन वर्ष 2018-19 की अफीम नीति के आधार पर यह पट्टा पुनः जारी हुआ. इसे गलत तथ्य प्रस्तुत करते हुए पट्टा जारी कर अन्य पंचायत में स्थानांतरित कर दिया गया,
इसकी जानकारी मिलने पर उसे विभागीय अधिकारियों द्वारा भी गलत सूचना उपलब्ध करवाई गई. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. पीड़िता ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया कि उसकी माता की 17 मई 2019 को मृत्यु हो गई थी, जबकि 1 अक्टूबर 2019 को पट्टा जारी करते हुए स्थानांतरण ग्राम पंचायत बडावली के राजस्व ग्राम कोचवा में कर दिया और अफीम फसल की बुवाई भी कर दी गई.