चित्तौड़गढ़. जेलों में सुधार को लेकर ऑपरेशन फ्लैश आउट के जरिए अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाई जा रही है. अब ऑपरेशन फ्लैश आउट की अवधि बढ़ा कर 31 जनवरी 2021 कर दी गई है. इसी महीने चलाए गए अभियान के दौरान चित्तौड़गढ़ जिला जेल में एक मोबाइल और दो सिम मिली थी. इसकी सूचना जेल मुख्यालय भेजी गई.
जेलों में बंद बंदी गैंग ऑपरेट करने और जेलों में मोबाइल, मादक पदार्थ या अन्य प्रतिबंधित सामग्री मिलने की खबरें सामने आने के बाद जेल महकमे के कारागार महानिदेशक राजीव दासोत की ओर से विशेष अभियान ऑपरेशन फ्लैश आउट 21 नवंबर से 31 दिसंबर चलाया जा रहा है, लेकिन अब इस अभियान की अवधि को 31 जनवरी 2021 तक बढ़ा दी गई है.
पढ़ें:बड़ा हादसा : कोटा में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो का टायर फटा...5 की मौत, 4 की हालत गंभीर
अभियान के तहत राज्य की समस्त जेलों की सघन तलाशी, आपराधिक कृत्य, भ्रष्टाचार एवं मिली भगत में लिप्त स्टाफ को चिन्हित कर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई करना, जेलों में आतंक का पर्याय बने हुए हार्डकोर अपराधियों को उनके सुविधाजनक दायरे से अन्य जिलों में स्थानांतरण करना तथा जेल में बन्दियों को उपलब्ध कराई जा रही अवांछनीय, अनावश्यक, अनाधिकृत एवं अवैधानिक सुविधा उपलब्ध कराने पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए थे.
प्रदेश की जेलों में यह अभियान काफी संतोषप्रद रहा है. करीब 5 सप्ताह की अवधि में ऑपरेशन फ्लैश आउट के अन्तर्गत प्रभावी कार्रवाई की गई. विभिन्न जेलों में बड़ी संख्या में मोबाइल, सिम कार्ड, चार्जर, इयरफोन, डेटा केबल, अफीम, तम्बाकू इत्यादि बरामद किए गए. चित्तौड़गढ़ जेल उप अधीक्षक डुले सिंह ने बताया कि जिला कारागृह में इस अभियान के तहत लगातार सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है. जिला जेल में एक मोबाइल और दो सिम मिले थे. जेल में मोबाइल व सिम कैसे पहुंचे, इसकी जांच की जा रही है.