चित्तौड़गढ़.गत महीने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त हजारों काश्तकार हासिल नहीं कर पाए. केंद्र सरकार द्वारा दायरे में आ रहे किसानों से ईकेवाईसी कराने को कहा गया था लेकिन अकेले चित्तौड़गढ़ जिले में ही लगभग 82000 से अधिक किसान निर्धारित अवधि तक ईकेवाईसी नहीं करवा पाए. नतीजतन उनके खाते में सम्मान निधि के 2000 नहीं आए. इसके जरिए केंद्र सरकार द्वारा करीब 16 करोड़ रुपए बचा लिए गए. हालांकि अगली किस्त के लिए किसानों के पास ईकेवाईसी कराने के विकल्प खुले हैं. इसके लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा डाक विभाग से भी करार किया गया हैl किसान अपनी ईकेवाईसी एवं आधार डेटाबेस में मोबाइल नंबर अपडेट करवा सकेंगे.
गत माह किसानों के खाते में नहीं आई सम्माननिधिः आंकड़े बताते हैं कि चित्तौड़गढ़ जिले में 237943 सक्रिय किसान हैं. इनमें से 155517 अर्थात कुल किसानों में से 65 प्रतिशत ही अपनी ईकेवाईसी करवा पाए. लगभग 82426 ईकेवाईसी को अपडेट नहीं करवा पाए. परिणाम यह रहा कि गत महीने केंद्र सरकार द्वारा उनके खाते में किसान सम्मान निधि के 2000-2000 नहीं डाले गए. इन काश्तकारों की यह राशि करीब 16 करोड़ बैठ रही है.
निंबाहेड़ा आगे, चित्तौड़गढ़ पीछेः जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार ईकेवाईसी करवाने में निंबाहेड़ा उपखंड क्षेत्र के काश्तकारों ज्यादा एक्टिव नजर आए जहां 28171 में से 21536 किसानों की ईकेवाईसी कंप्लीट होने के साथ 76 प्रतिशत किसानों ने किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त पाई जबकि चित्तौड़गढ़ पूरे जिले में सबसे नीचे के पायदान पर है. यहां 33433 में से 53% किसान ही ईकेवाईसी करवा पाए. इसी प्रकार बड़ी सादड़ी उपखंड के 65%, बेगूं 70, भदेसर 60, भूपालसागर 68, डूंगला 63, कपासन 69, राशमी 71 और रावतभाटा उपखंड के 60% किसानों द्वारा ईकेवाईसी करवाई गई.