चित्तौड़गढ़. जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में ट्रैक्टर से कुचलकर शनिवार को एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी. पुलिस ने आज पोस्टमार्टम करवाकर शव उसकी बेटियों को सौंप दिया, जो शव को उदयपुर ले गई. दरअसल, शव को लेकर दोनों ही पत्नियों के दावे से विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई. मौके पर बस्सी तहसीलदार पहुंचे बाद में उदयपुर मे निवासरत उसकी दोनों की बेटियों को शव सौंपा गया. साथ ही पुलिस ने घर की चाबियां अपने कब्जे में ले ली.
पुलिस के अनुसार, सेमलपुरा निवासी 60 वर्षीय रामेश्वर लाल पुत्र रामचंद्र शर्मा शनिवार को अपने ही घर में ट्रैक्टर का गियर फंसने से घायल हो गए थे, जिसे पड़ोस के लोगों ने जिला चिकित्सालय पहुंचाया था जहां उसकी मौत हो गई थी. बताया जा रहा है कि घर में वह अकेला ही रहता था पूछताछ में सामने आया कि उसकी एक पत्नी उदयपुर, तो दूसरी पत्नी दिल्ली में रहती है. ऐसे में पुलिस की तरफ से उसकी दोनों ही पत्नियों को बुलाया गया. रविवार को परिवार के लोग मोर्चरी पहुंचे.
उदयपुर निवासी कैलाशी और हेमलता ने रामेश्वर लाल को अपना पिता बताते हुए शव ले जाने की बात कही. उसकी मां भी साथ थी. इस बीच पिंकी नामक एक महिला खड़ी हो गई और उसने अपने आप को रामेश्वर लाल की पत्नी बताया. इसके चलते विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई. पुलिस उप अधीक्षक बुधराज टांक और कोतवाली थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बस्सी तहसील दार विपिन चौधरी को बुलाया. तहसीलदार ने दोनों पक्षों से शादी के दस्तावेज मांगे. हालंकि पिंकी नामक महिला कोई भी दस्तावेज पेश नहीं कर पाई. उसने कहा कि उससे मंदिर में शादी की गई थी जब गांव के लोगों को पूछा गया तो इस प्रकार की शादी से इनकार किया गया. इस पर मृतक का शव उसकी दोनों बेटियां कैलाशी और हेमलता को सौंप दिया गया.
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कोतवाली थाना प्रभारी विक्रम सिंह ने बताया कि मामले की जांच होगी उसमें जो भी पक्ष सही होगा उसे घर की चाबी सौंपी जाएगी. पता चला है कि मृतक उदयपुर में कोषाधिकारी था और रिटायर होने के बाद अपने पैतृक गांव सेमलपुरा अपने आ गया था. उसने यहां जमीन जायदाद और बड़ा सा मकान खरीद रखा था.