चित्तौड़गढ़. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जोधपुर की टीम ने रविवार शाम को जिले में करोड़ों रुपए की अफीम की खेप पकड़ी. मामले की जांच के लिए एनसीबी चित्तौड़गढ़ में मौजूद है. अफीम तस्करी के मामले में एनसीबी ने एक और आरोपी को पकड़ा है. पुलिस ने अफीम तस्करी में शामिल दो आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. तस्करी से जुड़े दूसरे लोग अंडरग्राउंड हो गए हैं.
जानकारी के अनुसार एनसीबी नारकोटिक्स की टीम ने रविवार शाम चितौड़गढ़ जिले के बेगूं उपखण्ड क्षेत्र के सादी गांव में दबिश दी थी. एनसीबी ने रामेश्वर लाल धाकड़ के मकान पर छापा मार कर करीब 234 किलो अफीम बरामद की थी. इसमें आरोपी रामेश्वरलाल धाकड़ को गिरफ्तार किया, जिससे पूछताछ जारी है. वहीं इस मामले में एक अन्य तस्कर को सोमवार को एनसीबी ने गिरफ्तार किया था.
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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जोधपुर की पिछले 3 दिनों से चितौड़गढ़ और मध्यप्रदेश में दबिश जारी है. सोमवार रात से एनसीबी की टीम ने चितौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर डाक बंगले में डेरा डाल दिया है. यहीं से मामले में अनुसंधान करके आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. एनसीबी ने मंगलवार को गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश किया. एनसीबी ने एक स्कॉर्पियो गाड़ी को भी सीज किया है. बताया जा रहा है कि इसी स्कॉर्पियो से अफीम सप्लाई होनी थी.
15 साल में दूसरी बड़ी कार्रवाई
नारकोटिक्स की टीम की और से की गई अफीम बरामदगी की यह इस साल की सबसे बड़ी कार्रवाई है. इससे पहले पिछले महीने नारकोटिक्स चितौड़गढ़ की टीम ने 206 किलो अफीम बरामद की थी. एनसीबी ने इससे पहले 2004-05 में इतनी बड़ी मात्रा में अफीम पकड़ी थी. इसके लगभग 15 साल बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम के हाथ बड़ी सफलता लगी है. अवैध मादक पदार्थों का व्यापार लगातार बढ़ता जा रहा है. पुलिस और नारकोटिक्स की तरफ से स्पेशल ऑपरेशन चलाकर तस्करों को पकड़ा जाता है लेकिन फिर भी मादक पदार्थों की तस्करी में कोई कमी नहीं आ रही है.