चित्तौड़गढ़. जिले के रावतभाटा में स्थित देश के सबसे बड़े न्यूक्लियर हब और राजस्थान परमाणु बिजलीघर में आतंकवादी हमले से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन करना किया गया. जानकारी में सामने आया कि देश का सबसे बड़ा न्यू क्लियर हब और राजस्थान परमाणु बिजलीघर रावतभाटा में मॉक ड्रिल हुई. परमाणु बिजलीघर में आतंकी हमले से निपटने के लिए एनएसजी टीम, एसडीआरएफ कोटा व एटीएस की 40 से अधिक काफिले को रावतभाटा पहुंचने के लिए पुलिस ने 22 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर बनाया.
इस दौरान 2 घंटे से अधिक वाहनों को भी रोका गया. सोमवार शाम को जब संयुक्त दल की टीम रावतभाटा पहुंची तो वाहनों के काफिले और कमांडो को देखने के लिए सड़कों पर दोनों तरफ लोगों की भीड़ जमा हो गई.
यहां एनएसजी, एनडीआरएफ कोटा, एटीएस, स्पेशल फोर्स समय-समय पर देश के महत्वपूर्ण स्थानों पर आतंकवादी हमला हो या किसी भी बड़ी घटना से बचाव के लिए संयुक्त रिहर्सल करती है. पहली बार इस वार्षिक रिहर्सल में बड़े स्तर पर एनएसजी टीम, एनडीआरएफ कोटा के स्पेशल कमांडो रावतभाटा पहुंचे थे. रिहर्सल सोमवार देर शाम को शुरू हुई, जो करीब 10 घंटे तक चली. सुरक्षा एजेंसी के साथ ही स्थानीय पुलिस, आईबी, मेडिकल एवं फायर के सदस्यों ने संयुक्त रूप से पूर्वाभास किया.
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लगभग 10 घंटे चली मॉक ड्रिल की कार्रवाई में आरपीएस संयंत्र के एनटीसी, हैवी वाटर संयंत्र के प्रशासनिक भवन पर हुए आतंकी हमले को विफल किया तथा आतंकवादियों को ढेर किया. इस मॉक ड्रिल के दौरान एनएसजी के कमांडो, बम निरोधक दल व श्वान दस्ता, एटीएस कोटा व उदयपुर, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, आईबी, रावतभाटा परमाणु बिजलीघर एवं भारी पानी की फायर टीम, मेडिकल टीम तथा आईएसएफ के अधिकारी, कमांडो जवान आदि ने हिस्सा लिया.