चितौड़गढ़. कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इस बार सोमवार को भगवान महावीर जन्म महोत्सव पर शहर में होने वाले सभी आयोजन निरस्त हो गए हैं. साथ ही घर पर ही श्रावक सेविकाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए इस पर्व को मनाया. जैन समाज ने इस बार अच्छी पहल करते हुए शहर के निर्धन एवं गरीब लोगों को भोजन कराने का निर्णय किया है. लॉकडाउन की अवधि में जो भी संस्थाएं इस कार्य में जुटी हुई है. उन संस्थाओं से संपर्क कर भोजन के तैयार पैकेट उन्हें दिए और इन संस्थाओं के माध्यम से भोजन के पैकेट बंटवाए गए.
चितौड़गढ़ में 3500 जरूरतमंदों को भोजन कराकर मनाई महावीर जयंती
लॉकडाउन के चलते घरों में ही मनाई महावीर जयंती. 3500 गरीबों को समाज सेवी संस्थाओं के जरिये बांटा खाना.
जानकारी के अनुसार चित्तौड़गढ़ में समग्र जैन समाज की प्रतिनिधि संस्था महावीर जैन मंडल की ओर से हर वर्ष धूमधाम से महावीर जयंती मनाई जाती है. लेकिन लॉकडाउन के चलते इस वर्ष शोभायात्रा नहीं निकली, ना ही सामूहिक भोजन हो पा रहा है. ऐसे में जैन समाज के लोग घर पर रह कर जप, तप , ध्यान आदि से महावीर जयंती को मना रहे हैं. साथ ही कोरोना के कारण निरस्त हुआ समाज का सामूहिक भोज जरूरतमंदों के नाम किया गया है.
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वहीं मंडल के अध्यक्ष कमल जैन ने बताया कि लॉक डाउन में निर्धन एवं गरीबों को प्रतिदिन भोजन करवाने के काम में शहर के विभिन्न समाज एवं संस्थाएं पहले से जुटी हुई है. इसलिए जिला प्रशासन के साथ वार्ता कर यह तय किया गया था कि सोमवार सुबह का भोजन इन संस्थाओं के माध्यम से ही वितरित किया जाएगा. ऐसे में शहर के गांधीनगर स्थित मांगलिक धाम में करीब 3500 लोगों का भोजन बनाने का काम हुआ. इसमें महावीर महावीर जैन मंडल के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने भोजन के पैकेट बनवाये और सभी संस्थाओं को भोजन के पैकेट दिए गए हैं. यह संस्थाएं शहर में जाकर जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध करवा रही है.