चित्तौड़गढ़. 18 प्लस की आयु वालों का वैक्सीनेशन राजस्थान में चल रहा है. मण्डफिया सीएचसी पर स्थानीय ग्रामीणों ने जिले के अन्य स्थानों से आये लोगों के वैक्सीनेशन का विरोध किया. इससे करीब दो घण्टे वैक्सीनेशन का कार्य थम गया. अतिरिक्त जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद ग्रामीण मान गए और वैक्सीनेशन फिर से शुरू हुआ. इस दौरान मण्डफिया थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची.
चित्तौड़गढ़ में बाहरी लोगों के वैक्सीनेशन का स्थानीय ने किया विरोध - राजस्थान में बाहरी लोगों के वैक्सीनेशन का विरोध
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया सीएचसी पर स्थानीय लोगों ने बाहरी लोगों के वैक्सीनेशन का विरोध किया. जिसके चलते करीब दो घंटे तक वैक्सीनेशन रुक गया. उच्च अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीण राजी हुए और वैक्सीनेशन फिर से शुरू हुआ.
रविवार को चित्तौड़गढ़ जिले में 12 अलग-अलग स्थानों पर वैक्सीनेशन हुआ. जिलेवासियों ने शुरू से ही स्लॉट सिस्टम पर आपत्ति जताई. स्लॉट सिस्टम प्रक्रिया से स्थानीय लोगों को वैक्सीन की सुविधा नहीं मिल पा रही है, जबकि अन्य जिले और राज्य के लोग इसका फायदा उठा रहे हैं. इसे लेकर रविवार को मंडफिया चिकित्सालय में स्थानीय लोगों ने विरोध किया. वहीं, ग्रामीणों ने जब संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को फोन करके बताया तो उसका हल भी नहीं बता पाए. एडीएम ने ग्रामीणों को इस ओर ध्यान देने का आश्वासन दिया.
भदेसर उपखण्ड के मंडफिया सीएचसी में सुबह से लोगों की भीड़ जमा हो गई. स्थानीय लोग भी अपने नम्बर का इंतजार करते रहे. लेकिन वैक्सीनेशन के लिए आए लोगों में अधिकतर लोग बाहरी थे. इसकी जानकारी मण्डफिया कस्बेवासियों को मिली तो वो इसका विरोध करने सीएचसी पहुंच गया. ग्रामीणों ने वैक्सीनेशन का विरोध किया. जिसके चलते वैक्सीनेशन रुक गया. ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को पहले भी इसको लेकर अवगत कराया था. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. 10 मई से शुरू हुए टीकाकरण 3 दिन बाद ही बन्द कर दिया गया, जिसमें भी स्थानीय लोगों को यह मौका भी नहीं मिला.
अब जब आम लोगों के लिए दोबारा वैक्सीनेशन शुरू हो गया तो भी ग्रामीणों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही है. अपनी मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों को भी अवगत करवाया. पहले ब्लॉक सीएमएचओ चित्तौड़गढ़ एवं वैक्सिनेशन प्रभारी डॉ. हरीश उपाध्याय से बात की लेकिन कोई हल नहीं निकला. फिर सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर से भी बात की. बाद में ग्रामीणों ने अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) रतन कुमार से भी बात की. तब एडीएम ने अगली बार इस ओर ध्यान रखने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर स्लॉट आंवटन जैसी भी व्यवस्था होगी उसके अनुसार बदलाव किया जायेगा.